आमतौर पर आजकल बदलते लाइफस्टाइल के चलते लोगों के सोने और उठने का रूटीन पूरी तरह बदल गया है. अक्सर जब सूरज निकलता है तो हम सो रहे होते हैं. लेकिन कुछ लोग मॉर्निंग पर्सन होते हैं, उन्हें उगते सूरज को देखना बेहद पसंद होता है. ऐसे में लोग देश भर के व्यू प्वाइंट पर जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कहां पर सबसे पहले सूरज उगता है. अगर आप भी उगते सूरज को देखना पसंद करते हैं तो यह जानना बेहद दिलचस्प होगा कि भारत में किस जगह पर सबसे पहले सूरज उगता है. आइए इस लेख की मदद से जानते हैं....
भारत का पहला सूर्योदय
भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में स्थित डोंग गांव में होता है. इस खूबसूरत गांव को 'भारत का पहला सूर्योदय स्थल' कहा जाता है. सूर्योदय के शौकीन इस गांव की खूबसूरती को देखने के लिए दुनियाभर से यहां आते हैं. इस प्राकृतिक नजारे का आनंद उठाने के लिए आए हुए लोगों का अक्सर यहां पर तांता लगा रहता है.
कितने बजे होता है सवेरा?
अरुणाचल प्रदेश के इस डोंग गांव में सबसे पहले सवेरा होता, यहां पर सूर्योदय 4 बजे हो जाता है. इस खूबसूरत नजारे का आनंद लेने के लिए लोग इस घाटी पर 2 बजे से 3 बजे के बीच में ही पहुंच जाते हैं. यहां का दृश्य स्वर्ग सा दिखता है. अगर आप सूर्योदय देखना पसंद करते हैं तो यह जगह आपके लिए बेहद खास हो सकती है.
कैसा दिखता है यहां का नजारा
जब इस गांव में सूर्योदय होता है तो यहां का वातावरण बेहद ही शांत और खूबसूरत दिखाई देता है. आसमान धीरे-धीरे लालिमा से भर जाता है और फिर सूरज की पहली किरणें दिखाई देती हैं. यह नजारा किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता है. मंत्रमुग्ध कर देने वाले इस नजारे से पूरा गांव जगमगा उठता है और नई ऊर्जा से भर जाता है.
अरुणाचल प्रदेश की डोंग वैली
अरुणाचल प्रदेश में स्थित इस डोंग वैली को 'उगते सूरज की भूमि'के नाम से भी जाना जाता है. यह घाटी भारत के पूर्वी छोर के बेहद करीब है, यही कारण है यहां पर सबसे पहले उगता हुआ सूरज दिखाई देता है. यह घाटी समुद्र तल से 1,240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह वैली डोंग लोहित, ब्रह्मपुत्र और सती की सहायक नदियों के संगम पर स्थित है.
डोंग वैली से लगती है इन देशों की सीमा
डोंग वैली की सीमाएं चीन और म्यांमार से लगती हैं. यह भारत का सबसे पूर्वी गांवों में से एक है. बर्फ से ढ़के पहाड़ और खूबसूरत देवदार के जंगल इस जगह को बेहद आकर्षक बनाते हैं. इस घाटी के नजारों को देखने के लिए दुनिया भर से लोग यहां आते हैं.
गांव में जाने के लिए लेना होता है खास परमिट
डोंग गांव और आसपास के इलाकों में आदिवासी जनजातियां रहती हैं, जिसके कारण इस क्षेत्र को प्रतिबंधित किया गया है. हालांकि बाहर से आने पर्यटकों को अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने के लिए इनर लाइन परमिट(ILP) लेना होता है. यह परमिट अरुणाचल प्रदेश की सरकार द्वारा जारी किया जाता है.
ट्रेकिंग का खास अनुभव
अगर आप डोंग वेली में सूर्योदय देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेकिंग करनी होगी. यह रास्ता जितना कठिन होता है वहीं इसके बाद देखने वाला नजारा भी बेहद खास होता है. सबसे पहले सूर्योदय देखने के लिए आपको अंधेरे में ट्रेकिंग करनी होगी.
कैसा होगा ट्रेकिंग का रास्ता
इस ट्रेकिंग में आप कभी ना भुला पाने वाले अनुभवों को महसूस कर सकते हैं. पक्षियों की चहचाहट, हवा का झोंका और पेड़ों की सरसराहट आपको अलग फील कराती है. ऊपर बढ़ते-बढ़ते टेंपरेचर में गिरने लगता है और हवा की गति बढ़ जाती है, जिसका अनुभव अलग दुनिया में ले जाता है. अगर आप भी भारत का सबसे पहला सूर्योदय देखना और जीवन में कुछ एडवेंचर करना चाहते हैं तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट हो सकती है.
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