Brahmos Missile Factory: भारतीय रक्षा क्षमता को बढ़ाने देने के लिए भारत सरकार तेजी से काम कर रही है. अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि यूपी की राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल बनाने के लिए फैक्ट्री डाली जाएगी, जिसका उद्घाटन 11 मई, 2025 को होने वाला है. यहां पर बनी मिसाइलों को ना सिर्फ इंडियन आर्मी को दिया जाएगा, बल्कि इन्हें विदेश भी निर्यात किया जाएगा.
'आत्मनिर्भर भारत' को मिलेगी मजबूती
जानकारी के मुताबिक, भारत अपनी रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए लखनऊ के सरोजनीनगर में ब्रह्मोस मिसाइल फैक्ट्री डालेगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा रविवार को महर्षि यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की. उन्होंने कहा कि ये परियोजना यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड का पार्ट है. 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को ताकत देने के लिए ये मील का पत्थर साबित होगी. इस मेगा प्रोजेक्ट से सैन्य शक्ति में तो इजाफा होगा ही, बल्कि इलाके में हजारों रोजगार पैदा होंगे.
भारत ने फिलीपींस को भेजी दूसरी खेप
हाल ही में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम की बैटरी का दूसरा बैच फिलीपींस भेजा है. रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भारत ने ये जरूरी कदम उठाया है. पहली बैटरी अप्रैल 2024 में भेजी गई थी. इसमें जिसमें सिविल एयरक्राफ्ट एजेंसियों की मदद भी मिली थी. ब्रह्मोस मिसाइल की देश के बाहर भी लगातार डिमांड बढ़ती जा रही है.
ब्रह्मोस मिसाइल में क्या-क्या खूबियां हैं?
- ब्रह्मोस मिसाइल सुपरसोनिक स्पीड से उड़ती है, ये ध्वनि की गति से भी 2.8 गुना तेज है.
- ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 500 किलोमीटर तक है. ये लंबी दूरी के लक्ष्यों को टारगेट कर सकती है.
- ब्रह्मोस मिसाइल लक्ष्य को सटीक रूप से टारगेट करने की क्षमता रखती है.
- ब्रह्मोस मिसाइल रडार से बचने में भी सक्षम है, क्योंकि ये स्टील्थ तकनीक से लैस है
- ब्रह्मोस मिसाइल मल्टीपल लक्ष्यों को एक साथ टारगेट करने की क्षमता रखती है.
- ब्रह्मोस मिसाइल नेवी और एयरफोर्स, दोनों के लिए मददगार साबित हो सकती है. इसे जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च किया जा सकता है.
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