Brahmos NG Features: ब्रह्मोस भारत की सबसे ताकतवर स्वदेशी मिसाइलों में से के मानी जाती है. इसी मिसाइल के दम पर भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह किए थे. यही मिसाइल थी, जिसे चीन के HQ-9 और HQ-16 जैसे एयर डिफेंस सिस्टम नहीं पकड़ पाए थे. अब इस मिसाइल का एडवांस वर्जन आने वाला है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारतीय सेना के साथ मिलकर अगली पीढ़ी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस-NG के जमीनी वेरिएंट को विकसित करने पर चर्चा कर रहा है.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व सीईओ क्या बोले?
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व सीईओ सुधीर मिश्रा ने पुष्टि की है कि भारतीय सेना ब्रह्मोस-NG (Next Generation) मिसाइल को पाने के लिए उत्सुक है. बता दें कि यह मिसाइल न केवल जमीनी तैनाती के लिए, बल्कि हवाई और समुद्री प्लेटफॉर्म पर भी इस्तेमाल की जा सकती है. भारतीय वायुसेना (IAF) इसे सुखोई Su-30MKI, मिग-29, मिराज 2000, तेजस और राफेल जैसे विमानों पर तैनात करने की योजना बना रही है.
शुरुआती चर्चा चल रही है
ब्रह्मोस एयरोस्पेस और भारतीय सेना के बीच इस वेरिएंट के विकास पर शुरुआती चर्चा चल रही है. यह प्रोजेक्ट अभी स्टार्टिंग फेज में है, लेकिन सेना की रुचि होने के कारण इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है.
ब्रह्मोस-NG में क्या फीचर्स हैं?
ब्रह्मोस-NG की रेंज पुराने वैरिएंट की तरह लगभग 290 किलोमीटर रहेगी. जरूरी बात है कि इसका वजन कम होने के बावजूद इसकी ताकत पहले से ज्यादा होगी. मिसाइल की रफ्तार 930 मीटर प्रति सेकंड से अधिक होने वाली है. यह लगभग 3,400 किमी प्रति घंटे यानी मैक 2.8 की स्पीड से दौड़ सकती है.
हल्के वजन से होगा ये फायदा
ऐसा दावा है कि मौजूदा ब्रह्मोस मिसाइल के ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर (TEL) में तीन मिसाइलें ले जाने की क्षमता होती है, जबकि ब्रह्मोस-NG के हल्के वजन के कारण एक TEL पर छह या नौ मिसाइलें ले जाई जा सकती हैं. इससे सेना की प्रति लॉन्चर मारक क्षमता दोगुनी या तिगुनी हो सकती है.