नई दिल्लीः Budget 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में पेश किए गए वर्ष 2022-23 के बजट को आम जन के अनुकूल और प्रगतिशील करार देते हुए कहा कि सौ साल की भयंकर आपदा के बीच यह बजट विकास का नया विश्वास लेकर आया है. 


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नए अवसर बनाएगा बजटः मोदी
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, 'यह बजट, अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ ही सामान्य जन के लिए अनेक नए अवसर बनाएगा.' पीएम ने कहा कि इस बजट का एक महत्वपूर्ण पहलू गरीब का कल्याण है और इसी को ध्यान में रखते हुए हर गरीब के पास पक्का घर नल से जल की सुविधा, शौचालय, गैस की सुविधा हो, इस पर विशेष ध्यान दिया गया है. 


'अत्यधिक रोजगार की संभावनाओं से भरा है बजट'
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आधुनिक इंटरनेट संपर्क पर भी इसमें उतना ही जोर है. उन्होंने कहा, 'यह बजट अत्यधिक अवसंरचना, अत्यधिक निवेश, अत्यधिक विकास और अत्यधिक रोजगार की नई संभावनाओं से भरा हुआ है. इससे 'ग्रीन जॉब' का भी क्षेत्र और खुलेगा.' 


प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में गंगा की सफाई के साथ-साथ किसानों के कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, इन पांच राज्यों में गंगा किनारे, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन दिया जाएगा. 


देश में शुरू होगी पर्वतमाला योजना
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर जैसे क्षेत्रों के लिए पहली बार देश में पर्वतमाला योजना शुरू की जा रही है और यह योजना पहाड़ों पर परिवहन की आधुनिक व्यवस्था का निर्माण करेगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में वह बुधवार को 'बजट और आत्मनिर्भर भारत' विषय पर विस्तार से अपनी बात रखेंगे.


भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा ये बजटः शाह
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने आम बजट को दूरदर्शी करार दिया और दावा किया यह यह भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला साबित होगा. बजट के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि यह बजट भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने के साथ ही स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा. 


शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत का बजट' कोरोना के बाद वैश्विक आर्थिक जगत में उत्पन्न हुए अवसरों का दोहन करके पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा. 


'राजकोषीय घाटे का लक्ष्य घटाना बड़ी उपलब्धि'
उन्होंने कहा, 'बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना, कोरोना काल में भी भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है. राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.4 प्रतिशत करना बहुत बड़ी उपलब्धि है.' 


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