भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान की खतरनाक साजिश का खुलासा

भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान हमेशा से एक होकर काम करते हैं. इस बात का एक और बड़ा सबूत हाथ लगा है. इस बार उनकी साजिश बेहद खतरनाक है. इससे दुश्मन के खतरनाक इरादों पर से पर्दा उठता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 17, 2020, 08:08 PM IST
    • भारत के खिलाफ चीन पाकिस्तान की साजिश का खुलासा
    • चीन भेज रहा था पाकिस्तान को मिसाइल तकनीक
    • खुफिया सूचना के आधार पर भारत ने रोका
    • पिछले 15 दिन से रुका हुआ है चीनी जहाज
    • डीआरडीओ के अधिकारी कर रहे हैं जांच
भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान की खतरनाक साजिश का खुलासा

कांडला: गुजरात के कांडला पोर्ट पर चीन का एक जहाज पकड़ा गया है. इसमें मिसाइल बनाने का सामान लदा हुआ है. इसे भारतीय नौसेना ने रोक रखा है. इसपर लदे सामान की जांच अभी भी चल रही है. चीन का ये जहाज पाकिस्तान के करांची जा रहा था.

छिपकर जा रहा था चीन का जहाज
चीन भारत को धोखे में रखकर अपना जहाज और उसपर लदा सामान पाकिस्तान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था. इस जहाज पर हांगकांग का झंडा लगा हुआ था. जहाज का नाम 'द कुई युन' है. इसे दो हफ्ते पहले ही कस्टम विभाग की टीम ने कांडला पोर्ट पर रोक लिया था.

ये जहाज चीन के जिंयांगयिन बंदरगास से कराची के मोहम्मद कासिम बंदरगाह की यात्रा कर रहा था.

खुफिया सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
मामला चीन-पाकिस्तान और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण अधिकारी इस मामले पर कोई भी बयान देने से बच रहे हैं. इस जहाज को कांडला पोर्ट के जेट्टी नंबर-15 पर लगाकर रखा गया है. ये जहाज चीन के जियांगयिन से 17 जनवरी को चला था. इस जहाज पर लदे सामान में मिसाइल तकनीक होने का शक है. जिसकी वजह से भारतीय रक्षा अनुसंधान केन्द्र(DRDO)  की टीम इसकी जांच में जुटी है. डीआरडीओ के अधिकारी एक बार इस जहाज का दौर कर चुके हैं.

अभी भी झूठ बोल रहे हैं चीनी क्रू मेंबर
इस चीनी जहाज पर 22 क्रू मेंबर मौजूद हैं. जो कि ये दावा कर रहे हैं कि इसपर लदा उपकरण औद्योगिक ड्रायर है. जिसका प्रयोग बड़े उद्योगों में चीजों को सुखाने के लिए किया जाता है. इसकी लंबाई 17 से 18 मीटर, जबकि चौड़ाई 4 मीटर है.
लेकिन भारत को शक है कि ये एक ऑटोक्लेव है. जिसका इस्तेमाल मिसाइल को लांच करने के लिए किया जाता है.इसका आयात निर्यात अंतरराष्ट्रीय संधियों के मुताबिक अपराध है.

चीन करता है पाकिस्तान की मदद
भारत का शक इसलिए भी पुख्ता हो जाता है, क्योंकि चीन पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम को हमेशा बढ़ावा देता है. पाकिस्तान की हत्फ या शाहीन सीरिज की मिसाइलें दरअसल मूल रुप से चीनी मिसाइल कार्यक्रम का ही हिस्सा हैं. चीन हमेशा से चोरी छुपे पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम को मदद पहुंचाता रहा है. पाकिस्तान के वैज्ञानिक और वहां की लेबोरेट्रियां इतनी आधुनिक नहीं हैं कि वह खुद मिसाइल तकनीक विकसित कर सकें. इसलिए पाकिस्तान को चोरी छिपे चीन की मदद मिलती रहती है.

भारत को पाकिस्तान के साथ उलझाए रखना चाहता है चीन
दरअसल चीन की मंशा ये है कि भारत और पाकिस्तान के  बीच तनाव बढ़ा रहे और हिंदोस्तान जैसा असीमित संभावनाओं वाला देश पाकिस्तान जैसे आतंकी देश के साथ उलझकर रह जाए. क्योंकि चीन कभी नहीं चाहता है कि भारत कभी भी उसके मुकाबले में  आए. इसलिए वह पाकिस्तान की सैन्य कार्यक्रमों की दिल खोलकर मदद करता है.

लेकिन कांडला पोर्ट पर मिला जहाज अगर मिसाइल तकनीक से लदा मिला. तो चीन और पाकिस्तान की जुगलबंदी के खिलाफ भारत के हाथ ये सबसे पुख्ता सबूत माना जाएगा.

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