चीनी सेना ने एलएसी पर अभ्यास गतिविधियां की तेज, भारत ने बढ़ाई निगरानी

पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने बताया कि पीएलए की ओर से किए जाने वाले वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यासों में वृद्धि हुई है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 19, 2021, 02:02 PM IST
  • LAC के पास चीन बढ़ा रहा गतिविधियां
  • सैनिकों की संख्या में भी मामूली वृद्धि हुई
चीनी सेना ने एलएसी पर अभ्यास गतिविधियां की तेज, भारत ने बढ़ाई निगरानी

अरुणाचल प्रदेश: तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ओर से पिछले कुछ महीनों में अभ्यास की संख्या में इजाफा हुआ है. पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने बताया कि इसके चलते भारत वैकल्पिक सीमा प्रबंधन पर विचार कर रहा है.

पूर्वी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पार चीनी गतिविधियों के बारे में अरुणाचल प्रदेश में एक अग्रिम स्थान पर मीडिया से बात करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा, 'जहां तक एलएसी के दूसरी तरफ की गतिविधियों का संबंध है, वहां तीन से चार मुद्दे हैं.' उन्होंने कहा कि सबसे पहले, पीएलए द्वारा किए जाने वाले वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यासों में वृद्धि हुई है. डेप्थ एरिया में भी वृद्धि दर्ज की गई है.

'बुनियादी ढांचा विकसित करने का प्रयास'
बकौल लेफ्टिनेंट जनरल पांडे, दोनों पक्ष एलएसी की रेखा के करीब बुनियादी ढांचे को विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं और जो कई बार कुछ मुद्दों की ओर ले जाता है. चूंकि ये बुनियादी ढांचे एलएसी के करीब आ गए हैं, इसलिए सीमा रक्षा सैनिकों की संख्या में भी मामूली वृद्धि हुई है.

कई बार होता है आमना-सामना
पूर्वी क्षेत्र में हाल ही में एलएसी के आमने-सामने के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, 'इस एलएसी के साथ, हमारे पास कई क्षेत्र और कई बिंदु हैं जहां दोनों पक्षों के गश्ती या तो निर्धारित तरीके से या कई बार आकस्मिक मुठभेड़ में बातचीत करते हैं. हमारे यहां अलग-अलग धारणाओं के कुछ क्षेत्र भी हैं जहां एलएसी की हमारी धारणा चीनी धारणा से अलग है और विशेष रूप से इन क्षेत्रों में कभी-कभी गश्त आमने-सामने हो जाती है जिसके परिणामस्वरूप दोनों का आमना-सामना होता है.'

हर स्थिति से निपटने में सक्षम हैं जवान
अधिकारी ने कहा कि बल के पास एक मजबूत तंत्र, एसओपी प्रोटोकॉल है, जिसके कारण वे ऐसी स्थिति को उत्पन्न होने पर हल करने में सक्षम होते हैं. लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा, 'हमारे कमांडरों और हमारे कनिष्ठ नेताओं की भूमिका जो वास्तव में गश्त का नेतृत्व कर रहे हैं. मैं इस संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण मानता हूं, क्योंकि वे वही हैं जिन्होंने दूसरी तरफ कमांडरों के साथ सही समझ विकसित की है और फिर यदि वे कोई समस्या उत्पन्न होती हैं तो हम इसे स्थानीय कमांडरों के स्तर पर हल करने का प्रयास करते हैं. 

अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच विभिन्न स्तरों पर बैठक आयोजित करने की आवश्यकता होने पर उनके पास एक मजबूत संघर्ष समाधान प्रबंधन है. उन्होंने कहा कि हमारे पास हॉट लाइन का एक तंत्र है, हम सीमा कर्मियों की बैठकों के रूप में भी मिलते हैं. पूर्वी कमान में अब तक हमारे पास तीन हॉटलाइन थीं, चौथी हाल ही में चालू हुई थी.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़