नई दिल्लीः इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT-M) में पढ़ने वाले जर्मनी के छात्र जिसे भारत छोड़ने के लिए कहा गया है उसके समर्थन पर अब कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी उतर गए हैं. पी चिदंबरम ने कहा है कि आईआईटी के अन्य छात्र कहा हैं? आईआईटी के डायरेक्टर कहां हैं? आईआईटी के चेयरमैन कहां हैं? सबको जर्मन छात्र को बाहर निकाले जाने के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए.
जर्मन हमें विश्व इतिहास के काले अध्याय की याद दिलाते हैं. ऐसी याद जिसे हम भारत में दोहराना नहीं चाहते हैं. उस छात्र के प्रति हमें कृतज्ञ होना चाहिए. दरअसल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT-M) में पढ़ने वाले जर्मनी के एक छात्र को भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. इस छात्र का नाम जैकब लिंडेथल है. जैकब ने चेन्नई छोड़ दिया है और जर्मनी लौटने के लिए फ्लाइट पकड़ने को दिल्ली रवाना हो गया है.
कई कॉलेज कर रहे हैं नागरिकता कानून का विरोध
नागरिकता कानून का विरोध देशभर के कॉलेजों में अलग-अलग स्तरों पर हो रहा है. दिल्ली में जामिया विश्वविद्यालय में हुआ प्रदर्शन हिंसक हो गया था. इसके बाद कॉलेज परिसर में हुई पुलिस कार्रवाई का सभी ने विरोध किया था. कई राजनीतिक दल भी छात्रों का समर्थन कर रहे हैं. जामिया में हुए प्रदर्शन के बाद विरोध का सिलसिला दिल्ली के कई इलाकों में शुरू हो गया था. ऐसे में मेट्रो और सड़क यातायात बाधित रहा था. जामिया में हुए प्रदर्शन के दौरान तीन बसें जला दी गईं थीं. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
एएमयू में भी हुआ विरोध
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नागरिकता कानून को लेकर विरोध जारी है. हालांकि पहले दिन यहां शातिपूर्ण प्रदर्शन हुआ था, लेकिन इसके बाद शुक्रवार को शहर के शाहजमाल इलाके में पथराव की घटना सामने आई थी. विश्वविद्यालय में भी प्रदर्शन होने पर पुलिस ने यहां भी लाठीचार्ज किया था. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रदर्शनकारी छात्रों पर बर्बर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर राज्य सरकार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है. याचिका की सुनवाई 2 जनवरी को होगी. यह आदेश मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति विवेक वर्मा की खंडपीठ ने प्रयागराज के मोहम्मद अमान खान की जनहित याचिका पर दिया है.
बीएचयू के छात्र ने नहीं ली डिग्री
नागरिकता कानून के विरोध में बीएचयू के छात्र ने डिग्री लेने से इनकार कर दिया है. BHU के 101वें दीक्षांत समारोह में आया छात्र नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई अपने साथियों की गिरफ्तारी से नाराज था. एमए हिस्ट्री ऑफ आर्ट के छात्र रजत सिंह ने डिग्री लेने से मना करते हुए कहा "हम ऐसे सभी सांप्रदायिक कानून का विरोध करते हैं, जो विघटनकारी है.
Rajat Singh, student of BHU refused to accept his Masters degree in protest against CAA.
He said - "I can not accept my degree when 70 students are in jail".#CAA_NRCProtests #NRC_CAA_Protests@Mdzeeshanayyub @Akhil1490 @Vidyut @kabira_tweeting @_YogendraYadav @HasibaAmin pic.twitter.com/3Y5cinD2Nj
— JAC_BHU (@JacBHU) December 24, 2019
जादवपुर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह टला
कोलकाता में जादवपुर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मंगलवार को टल गया. यहां गवर्नर जब पहुंचे तो छात्रों ने उनके काफिले का घेराव कर लिया और प्रदर्शन किया. नागरिकता कानून को लेकर छात्र यहां लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ को मंगलवार की सुबह कोलकाता के जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा काले झंडे दिखलाए गए.
At Jadavpur University so that the students may get their degrees and enjoy the fruits of their labour and contribute to society. Unfortunately the way to the venue in the University is blocked. Unwholesome. No affirmative role by concerned in sight. Worrisome situation.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 24, 2019
गवर्नर जगदीप धनखड़ वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए कार से आ रहे थे, तभी नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर छात्रों ने घेर लिया और काले झंडे दिखाए. बंगाल गवर्नर द्वारा CAA के समर्थन में सार्वजनिक तौर पर दिए गए बयान पर भी छात्रों ने विरोध जताया.
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