नई दिल्ली: बात राजधानी के रामलीला मैदान की है, जहां कांग्रेस के एक नेता ने अलग ही लीला रची. ऐसी लीला जिससे पार्टी के तमाम नेता पहले तो हंसी नहीं रोक पाए फिर यह सोच-विचार में पड़ गए कि आखिर हंस किस पर रहे हैं. रविवार को कांग्रेस ने एक रैली का आयोजन किया था, दिल्ली के रामलीला मैदान में. तमाम पार्टी कार्यकर्ता आए थे. उत्साहित हो कर जयकारे भी लग रहे थे. पार्टी के तमाम नेता कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा व सर्वेसर्वा सोनिया गांधी से लेकर युवराज राहुल गांधी और कांग्रेस की करिश्माई छवि बताईं जाने वाली प्रियंका गांधी के जय-जयकारे लगा रहे थे.
उसी बीच राजनीतिक रैली में सियासी खेल में कभी कदम न रखने वाली बॉलीवुड अदाकारा प्रियंका चोपड़ा के जिंदाबाद के भी नारे लगवाए जाने लगे. एक पल को तो ऐसा लगा कि प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड छोड़ कर कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने का मन बना चुकी हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दे दी गई है. शायद इसलिए अभी से माहौल बनाया जाने लगा हो. लेकिन जब मंच संचालक और दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा उचक कर शर्मा गए तो लगा कि पार्टी कार्यकर्ता की जुबान भारी फिसल गई है.
#WATCH Delhi: Slogan of "Sonia Gandhi zindabad! Congress party zindabad! Rahul Gandhi zindabad! Priyanka Chopra zindabad!" (instead of Priyanka Gandhi Vadra) mistakenly raised by Congress' Surender Kr at a public rally. Delhi Congress chief Subhash Chopra was also present.(01.12) pic.twitter.com/ddFDuZDTwH
— ANI (@ANI) December 1, 2019
जनआक्रोश रैली के पहले कांग्रेस में हंसी का माहौल
दरअसल, हुआ यह कि दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जनआक्रोश रैली का भव्य आयोजन करने की तैयारी में है. पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी और वायनाड़ सांसद राहुल गांधी इसका नेतृत्व करेंगे. इस रैली का मुख्य मकसद वर्तमान केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करना और उसके खिलाफ गुस्से का प्रदर्शन करना है. इस बीच कांग्रेस ने इस रैली को सही अंजाम तक पहुंचाने के लिहाज से एक बड़ी सभा का आयोजन कराया था.
प्रियंका गांधी की जगह याद आईं प्रियंका चोपड़ा
इस सभा में कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता और नेता जो दिल्ली चुनाव में जान भरने को तैयार हैं, उनको मांझा चढ़ाने की तैयारी थी. सभी नेता जो थोड़े प्रभाव वाले हैं, वे बारी-बारी आ कर चुनावी सभा को संबोधित कर जान भर रहे थे. इसी बीच पार्टी के पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार मंच से माइक पर आए और पार्टी की जयकारे लगाने लगे. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक तो ठीक-ठीक बढ़े लेकिन राजनीति में नई-नई आयीं प्रियंका गांधी के जगह उन्हें न जाने क्यों प्रियंका चोपड़ा याद आने लगीं. उन्होंने प्रियंका चोपड़ा जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए.
यह भी पढ़ें. क्या वाकई करिश्माई छवि है प्रियंका गांधी की ?
बीच-बचाव को उतरे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष
इकठ्ठी भीड़ की दिलचस्प चुस्कियों को देख उन्हें इस बात का अंदाजा हुआ कि उन्होंने कुछ गलत कुछ गलती कर दी है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने झट से नेता को सांत्वाना दिया और इशारों-इशारों में कहा कि आपने जो करना था, आपने कर लिया. अब यहां से हमे संभालने दीजिए. खैर, यह पहली बार नहीं था. पार्टी के कार्यकर्ताओं की जुबान फिसलती है और सुर्खियों में आ ही जाती है. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि नेता जनप्रतिनिधि होते हैं. लोगों की जिम्मेदारी उन पर ही होती है. हाल के दिनों में राजनीतिक क्षरण ज्यादा होने लग गया है. शायद नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण की जरूरत होने लग गई है.
यह भी पढ़ें. उन्नाव में किसानों की बात रखने चलीं प्रियंका अपनी ही बात से पीछे क्यों हट गईं ?