गांधी के हत्यारे गोडसे को प्रज्ञा ठाकुर ने फिर बताया देशभक्त! भाजपा की बढ़ गई मुसीबत

भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को फिर देशभक्त बता कर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हालांकि पार्टी ने प्रज्ञा पर कार्रवाई की बात कही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 28, 2019, 02:01 PM IST
    1. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल
    2. नाथूराम गोडसे को फिर बताया देशभक्त
    3. भाजपा ने दिया कार्रवाई का भरोसा
गांधी के हत्यारे गोडसे को प्रज्ञा ठाकुर ने फिर बताया देशभक्त! भाजपा की बढ़ गई मुसीबत

नई दिल्ली: गोडसे पर एक बार फिर बवाल बढ़ गया है. बुधवार को लोकसभा में भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जो बयान दिया था, उस पर बवाल मचना तो तय था. महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को एक बार फिर देशभक्त बताकर प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी पार्टी को फंसा दिया.

कांग्रेस ने खोल दिया मोर्चा

प्रज्ञा ठाकुर के बहाने बीजेपी और मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस पूरी तैयारी के साथ संसद आई थी. संसद आने से पहले ही ट्वीट कर राहुल गांधी ने इसका इशारा कर भी दिया था।. राहुल ने अपने ट्वीट में प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवादी तक करार दिया और लिखा 'आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त कहा है. भारतीय संसदीय इतिहास के लिए ये दुखद दिन है.'

इसके अलावा संसद पहुंचने पर राहुल ने कहा भी कि जो प्रज्ञा ठाकुर बोल रही हैं वही बीजेपी की सोच है. भाजपा पर करारा वार करते हुए उन्होंने कहा कि 'साध्वी प्रज्ञा ने जो कहा वही बीजेपी की आत्मा है. उन्होंने जो कहा है वही बीजेपी और आरएसएस की आत्मा है. वो उनकी आत्मा है, कहीं न कहीं से निकलेगी. वो गांधीजी की जितनी भी पूजा करें, उनकी आत्मा वही है.'

विपक्ष का हंगामा और सदन से वॉकआउट

इधर, लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई और कांग्रेस समेत पूरी विपक्षी खेमा सरकार को घेरने लगा और प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल मचाने लगा. स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा भी कि जब प्रज्ञा का बयान कार्यवाही से हटाया जा चुका है तो फिर हंगामा क्यों? जब स्पीकर के भरोसे से भी विपक्ष का हंगामा नहीं थमा तो खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोर्चा संभाला और दो टूक कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के बयान से पार्टी सहमत नहीं है. हालांकि विपक्ष हंगामा करता रहा और सदन से वॉकआउट भी कर दिया.

बवाल पर राजनाथ की सफाई

जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर सफाई देने लगे. उन्होंने कहा कि 'नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने की बात तो दूर, मैं समझता हूं कि देशभक्त मानने की अगर किसी की सोच है तो हमारी पार्टी ऐसी सोच की ही खारिज करती है. महात्मा गांधी हम लोगों के लिए आदर्श हैं. वो पहले भी हमारे मार्गदर्शक थे और भविष्य में भी हमारे मार्गदर्शक रहेंगे.'

भाजपा को पता चल चुका था कि साध्वी प्रज्ञा ने इस बार अपने बयान से पार्टी और सरकार को बुरी तरह से फंसा दिया है इसलिए कार्रवाई करनी ही होगी. आनन-फानन में फरमान जारी हुआ कि रक्षा मामलों की संसदीय समिति से प्रज्ञा को हटाया जाता है और भाजपा की संसदीय दल की बैठक में आने से भी उनको रोका जाता है. इसका ऐलान खुल भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया.

कार्रवाई को बताया छलावा

प्रज्ञा ठाकुर पर की गई भाजपा की ये कार्रवाई विपक्ष को दिखावा और छलावा नजर आ रहा है. विपक्ष कह रहा है कि प्रज्ञा एक बार नहीं कई बार ऐसे ही विवादित बयान देती रही हैं लेकिन बीजेपी ठोस कार्रवाई नहीं करती है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा की कार्रवाई को दिखावा बताया. उन्होंने कहा कि 'ये पहली बार उन्होंने नहीं कहा है, बार-बार वो कह रही हैं.'

ये सच है कि ये कोई पहली बार नहीं है कि साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को लेकर ऐसा बयान दिया हो. मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने के चलते पहले से ही निशाने पर आई भाजपा की उस वक्त बड़ी फजीहत हो गई थी जब प्रचार के दौरान उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के लिए वो उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे. लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं होने से साध्वी प्रज्ञा का मन बढ़ता गया और आज ऐसी स्थिति आ गई कि वो बार-बार पार्टी की फजीहत पर फजीहत कराती जा रही हैं.

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