नई दिल्ली: गोडसे पर एक बार फिर बवाल बढ़ गया है. बुधवार को लोकसभा में भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जो बयान दिया था, उस पर बवाल मचना तो तय था. महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को एक बार फिर देशभक्त बताकर प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी पार्टी को फंसा दिया.
कांग्रेस ने खोल दिया मोर्चा
प्रज्ञा ठाकुर के बहाने बीजेपी और मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस पूरी तैयारी के साथ संसद आई थी. संसद आने से पहले ही ट्वीट कर राहुल गांधी ने इसका इशारा कर भी दिया था।. राहुल ने अपने ट्वीट में प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवादी तक करार दिया और लिखा 'आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त कहा है. भारतीय संसदीय इतिहास के लिए ये दुखद दिन है.'
Terrorist Pragya calls terrorist Godse, a patriot.
A sad day, in the history of
India’s Parliament.— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 28, 2019
इसके अलावा संसद पहुंचने पर राहुल ने कहा भी कि जो प्रज्ञा ठाकुर बोल रही हैं वही बीजेपी की सोच है. भाजपा पर करारा वार करते हुए उन्होंने कहा कि 'साध्वी प्रज्ञा ने जो कहा वही बीजेपी की आत्मा है. उन्होंने जो कहा है वही बीजेपी और आरएसएस की आत्मा है. वो उनकी आत्मा है, कहीं न कहीं से निकलेगी. वो गांधीजी की जितनी भी पूजा करें, उनकी आत्मा वही है.'
विपक्ष का हंगामा और सदन से वॉकआउट
इधर, लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई और कांग्रेस समेत पूरी विपक्षी खेमा सरकार को घेरने लगा और प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल मचाने लगा. स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा भी कि जब प्रज्ञा का बयान कार्यवाही से हटाया जा चुका है तो फिर हंगामा क्यों? जब स्पीकर के भरोसे से भी विपक्ष का हंगामा नहीं थमा तो खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोर्चा संभाला और दो टूक कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के बयान से पार्टी सहमत नहीं है. हालांकि विपक्ष हंगामा करता रहा और सदन से वॉकआउट भी कर दिया.
Congress MPs stage walkout from Lok Sabha amid uproar over BJP MP Pragya Thakur's comments in parliament yesterday, referring to Nathuram Godse as a 'deshbbhakt'. pic.twitter.com/Jj0NLd8Vmi
— ANI (@ANI) November 28, 2019
बवाल पर राजनाथ की सफाई
जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर सफाई देने लगे. उन्होंने कहा कि 'नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने की बात तो दूर, मैं समझता हूं कि देशभक्त मानने की अगर किसी की सोच है तो हमारी पार्टी ऐसी सोच की ही खारिज करती है. महात्मा गांधी हम लोगों के लिए आदर्श हैं. वो पहले भी हमारे मार्गदर्शक थे और भविष्य में भी हमारे मार्गदर्शक रहेंगे.'
Defence Minister Rajnath Singh in Lok Sabha: If someone considers Nathuram Godse as a 'deshbhakt', then our party condemns it. Mahatma Gandhi is an idol for us, he was our guiding light and will remain so. pic.twitter.com/uDBrY28kRq
— ANI (@ANI) November 28, 2019
भाजपा को पता चल चुका था कि साध्वी प्रज्ञा ने इस बार अपने बयान से पार्टी और सरकार को बुरी तरह से फंसा दिया है इसलिए कार्रवाई करनी ही होगी. आनन-फानन में फरमान जारी हुआ कि रक्षा मामलों की संसदीय समिति से प्रज्ञा को हटाया जाता है और भाजपा की संसदीय दल की बैठक में आने से भी उनको रोका जाता है. इसका ऐलान खुल भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया.
#WATCH BJP Working President JP Nadda: Pragya Thakur's statement (referring to Nathuram Godse as 'deshbhakt') yesterday in the parliament is condemnable. She will be removed from the consultative committee of defence. pic.twitter.com/hHO9ocihdf
— ANI (@ANI) November 28, 2019
कार्रवाई को बताया छलावा
प्रज्ञा ठाकुर पर की गई भाजपा की ये कार्रवाई विपक्ष को दिखावा और छलावा नजर आ रहा है. विपक्ष कह रहा है कि प्रज्ञा एक बार नहीं कई बार ऐसे ही विवादित बयान देती रही हैं लेकिन बीजेपी ठोस कार्रवाई नहीं करती है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा की कार्रवाई को दिखावा बताया. उन्होंने कहा कि 'ये पहली बार उन्होंने नहीं कहा है, बार-बार वो कह रही हैं.'
A Owaisi, AIMIM on BJP's Pragya Thakur's statement in LS (referring to Nathuram Godse as 'deshbhakt'): It's not the first time she said something like that. It shows she's an enemy of Gandhi&a supporter of his killers. I've given Privilege Motion to Speaker,let's see what happens pic.twitter.com/L6PgCPx12U
— ANI (@ANI) November 28, 2019
ये सच है कि ये कोई पहली बार नहीं है कि साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को लेकर ऐसा बयान दिया हो. मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने के चलते पहले से ही निशाने पर आई भाजपा की उस वक्त बड़ी फजीहत हो गई थी जब प्रचार के दौरान उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के लिए वो उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे. लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं होने से साध्वी प्रज्ञा का मन बढ़ता गया और आज ऐसी स्थिति आ गई कि वो बार-बार पार्टी की फजीहत पर फजीहत कराती जा रही हैं.
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