लाल किला हिंसा: दीप सिद्धू को फिलहाल जमानत नहीं, 12 अप्रैल को अगली सुनवाई

Lal Qila Violence Case: लाल किला हिंसा मामले में दीप सिद्धू (Deep Sidhu) ने खुद पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. सिद्धू की जमानत पर 12 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी.

Written by - Sumit Kumar | Last Updated : Apr 8, 2021, 01:56 PM IST
  • दीप सिद्धू की मुसीबत कम नहीं हो रही
  • जमानत पर 12 अप्रैल को अगली सुनवाई
लाल किला हिंसा: दीप सिद्धू को फिलहाल जमानत नहीं, 12 अप्रैल को अगली सुनवाई

नई दिल्ली: लाल किला हिंसा मामले में मुख्य आरोपी दीप सिद्धू की जमानत याचिका पर दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में 12 अप्रैल को भी सुनवाई जारी रहेगी. कोर्ट में आज सुनवाई के दौरान दीप सिद्धू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को दीप सिद्धू के स्पीच की ट्रांसक्रिप्ट सौंपने का निर्देश दिया है.

सिद्धू के वकील की दलील

दीप सिद्धू के वकील अभिषेक गुप्ता (Abhishek Gupta) ने कहा कि जांच एजेंसी के पास ऐसे कोई सबूत नहीं हैं कि लाल किले पर हुई हिंसा में दीप सिद्धू (Deep Sidhu) शामिल था और ऐसे में जांच एजेंसी ने दीप सिंद्धू के खिलाफ 1 लाख का इनाम रख दिया. जांच एजेंसी कैसे न्यूज़ रिपोर्ट के आधार पर ऐसा कर सकती हैं?

इधर, दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि सिद्धू ना सिर्फ उस दिन हिंसा में शामिल था बल्कि एक दिन पहले ही पूरी साजिश रची थी. लोनी का रूट लेकर वह सीधा लाल किले पहुंचा था इतना ही नहीं, उसने लोगों को झंडा फहराने के लिए उकसाया. इसके लिए बकायदा 25 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर एक मीटिंग की गई और 26 तारीख को दीप वहां पर 1.54 पर पहुंचा था. इस हिंसा में 144 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए यह सब दीप सिद्धू की वजह से ही हुआ.

लाल किला हिंसा पर सफाई

दीप सिद्धू के वकील अभिषेक गुप्ता ने कहा कि दीप सिद्धू किसी भी किसान संगठन से जुड़े हुए नहीं हैं. ट्रैक्टर रैली के लिए उनकी तरफ से कोई भी घोषणा या आह्वान नहीं किया गया था और दीप सिद्धू ने लाल किला जाने के लिए भी नहीं कहा था.

दीप सिंधु के वकील ने कहा कि दीप सिंद्धु लाल किला पर बहुत बाद में पहुंचा था फोन रिकॉर्ड और दीप सिंद्धु के रूट जांच एजेंसियों के द्वारा वेरीफाई किए गए हैं. हिंसा की कोई भी वारदात को दीप द्वारा अंजाम नहीं दिया गया. दीप सिंद्धु गलत समय पर गलत जगह पर मौजूद था. दीप सिंद्धु वहां पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन के लिए मौजूद था, वहां पर मौजूद भीड़ को शांत कराने की कोशिश भी की शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना संविधानिक अधिकारों से एक है.

दीप सिद्धू का कबूलनामा

लाल किले पर झंड़ा फहराने के वक्त दीप मौजूद था, वो 26 जनवरी (26 January) के दिन सोनीपत से लाल किला पहुंचा था. दोपहर 1.30 से 2.45 तक लाल किले पर दीप सिद्धू वहीं रुका था. सोनीपत से बागपत, लोनी, वजीराबाद और सिविल लाइंस होते हुए लाल किला पहुंचा था.

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सिद्धू ने ये पूछताछ में ये स्वीकार किया था कि लालकिले पर जो हुआ बहुत ज्यादा गलत हुआ. हिंसा के बाद वो डर गया था. हिंसा के बाद भागकर सोनीपत जाकर उसने फोन बंद कर लिया था. उसने माना कि गिरफ्तारी के डर से फोन बंद कर रखा था.

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