श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में ठंड का असर कितना ज्यादा है वह इस बात से समझा जा सकता है कि कई इलाकों में पानी जम के बर्फ बन चुका है. घाटी में कई जगहों का तापमान कई दिनों से माइनस में चला गया है. द्रास सेक्टर में भी ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. द्रास में पिछली रात सबसे ठंड रात के रूप में दर्ज की गई जिसका न्यूनतम तापमान -27.7 डिग्री तक पहुंच गया था.
डल झील में पूरी तरह जम चुका है पानी
घाटी के हालात ठंड के मारे कुछ ऐसे हो चले हैं जैसे कई झीलें जमीन के सतह के जैसी कठोर हो गईं हैं. न्यूनतम तापमान में इतनी गिरावट दर्ज हुई है कि ठहरा हुआ पानी भी जमने लगा है. यहां तक की डल झील भी पूरी तरह से जम कर ठोस रूप ले चुका है. ऐसे ही हालात कई और क्षेत्रों के भी हैं.
गाड़ियों के ऊपर जम जाती है बर्फ
लगातार बढ़ रही ठंड के कारण घाटी में जीवन अस्त-व्यस्त हो कर रह गया है. लोग घरों के अंधेरे में ही रहना पसंद कर रहे हैं. सुबह-सुबह गाड़ी पर इतनी ओस जमा हो जाती है कि गाड़ी को गरम करने में घंटों लग जाते हैं. एक सामान्य दिन सुबह के दस बजे से शुरू होता है और लोग शाम ढ़लने से पहले ही घरों के भीतर पहुंचने की कोशिश में लगे रहते हैं.
मौसम विभाग ने इस दिसम्बर 21 तारीख तक मौसम ऐसा ही रहने की भविष्यवाणी की है. जाहिर है तापमान में और भी गिरावट हो सकती है. घाटी में कोई ऐसी जगह नहीं रही जहां तापमान शून्य से ऊपर दर्ज हुआ हो. तापमान की बात करें तो श्रीनगर में यह -3.7, गुलमर्ग में -11.5, पहलगाम में -10.3, लेह में -17.9 और द्रास तो देश की सबसे ठंडी जगह रही, जहां तापमान -27.7 दर्ज हुआ.