नई दिल्ली: विजयादशमी के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय परंपरा के मुताबिक राफेल का पूजन क्या किया. विरोधियों ने एक बार फिर से हंगामा खड़ा करने की कोशिश की. लेकिन राजनाथ सिंह ने वापस लौटते ही इस दुष्प्रचार का जवाब दिया है. .
रक्षा मंत्री ने जवाब दिया कि 'मैंने वही किया, जो मुझे सही लगा। यह हमारी आस्था है कि कोई महाशक्ति है और मैं इस पर बचपन से भरोसा करता रहा हूं''. यही नहीं राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पार्टी के अंदरुनी अंतर्विरोधों की तरफ संकेत करते हुए कहा कि ''मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी में भी इस मामले पर राय बंटी हुई होगी. जरूरी नहीं है कि हर किसी की यही राय हो.''
Rajnath Singh on Shastra Puja in France: I did what I thought was appropriate. This is our faith, that there is a super power&I have believed it since childhood. I feel there must have been division over the issue in Congress too,it must not have been everybody's opinion. #Rafale https://t.co/VBpgsawKaA pic.twitter.com/Ot8hQfty5w
— ANI (@ANI) October 10, 2019
दरअसल वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय परंपरा के मुताबिक राफेल की पूजा को तमाशा करार दिया था. उन्होंने कहा था कि जब कांग्रेस पार्टी ने बोफोर्स तोप खरीदी थी तब कोई उसे इस तरह दिखावा करते हुए लेने नहीं गया था.
हालांकि खड़गे के बयान का उनकी पार्टी के अंदर ही विरोध होने लगा. उनकी ही पार्टी के संजय निरुपम ने खड़गे को जवाब देते हुए कहा कि ''शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता. हमारे देश में शस्त्र पूजा की पुरानी संस्कृति है. समस्या है ये है कि खड़गे जी नास्तिक हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी में हर कोई नास्तिक नहीं है.'
विजयादशमी के मौके पर राफेल लड़ाकू विमान को रिसीव करने के लिए फ्रांस पहुंचे रक्षा मंत्री ने शस्त्र पूजन की परंपरा निभाते हुए राफेल की भी पूजा की थी. उन्होंने रोली से राफेल पर ऊँ लिखा, उसपर नारियल चढ़ाया और पहियों के नीचे नींबू रखवाया. जिसके बाद उनके उपर अंधविश्वासी होने का आरोप लगाया गया.
लेकिन राजनाथ सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि 'सभी धर्मों के लोगों को अपनी आस्था के अनुसार प्रार्थना करने का अधिकार है। यदि किसी और ने ऐसा किया होता, तब मैं इस पर कोई आपत्ति नहीं करता।'
Defence Minister Rajnath Singh arrives in Delhi from France. The Defence Minister was in France for the official handover of the first Rafale combat aircraft pic.twitter.com/N1bhkN31Nx
— ANI (@ANI) October 10, 2019
भारत लौटने पर पत्रकारों से बात करते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि राफेल 1800 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। मैंने 1300 किमी प्रति घंटे की स्पीड से इसमें उड़ान भरी। राफेल जेट का भारत आना पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण ही संभव हो सका है।