नई दिल्ली: हैदराबाद की निर्भया के साथ बर्बरता के बाद पूरे देश में महिला सुरक्षा पर नई बहस छिड़ गई है. खास तौर पर सोशल मीडिया पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संसद की स्टैंडिंग कमिटी ऑन एंपावरमेंट ऑफ वूमेन ने दुनिया के प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, व्हाट्सएप्प और ट्विटर के अधिकारियों को तलब किया है.
महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर सोशल मीडिया कंपनी के अधिकारियों को इस हफ्ते 4 और 5 दिसंबर को संसद में बुलाया गया है.
इस मीटिंग में पहले दिन यानि 4 दिसंबर को Twitter के अधिकारियों से साइबर सिक्योरिटी के मुद्दे पर चर्चा होगी. वहीं दूसरे दिन 5 दिसंबर को Facebook, Whats App ,Intagram के अधिकारियों से संवाद होगा.
मीटिंग में महिलाओं के साथ होने वाले साइबर बुलिइंग,अश्लीलता, बेवजह ट्रोलिंग, महिलाओं के प्रोफाइल से छेड़छाड़ ,फेक प्रोफाइल जैसे विषय और महिलाओं को इनसे बचाने के उपाये जैसे मुद्दे उठाए जा सकते हैं. क्योंकि पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि इस तरह की सायबर वर्ल्ड में इस तरह की गतिविधियां बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं. .
संसद की जिस स्टैंडिंग कमेटी के सामने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अधिकारियों की पेशी होगी, उसकी सभी सदस्य महिलाएं ही हैं.
इस कमिटी में कुल 30 सदस्य हैं. जिसमें से 20 सदस्य लोकसभा से हैं और 10 सदस्य राज्यसभा से हैं.
स्टैंडिंग कमेटी कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. हिना विजय कुमार गावित हैं. जबकि सदस्यों में कनिमोझी, जया बच्चन, लॉकेट चटर्जी, रीति पाठक, सरोज पांडेय, संपतिया उइके शामिल हैं.