'इस्लामिक आतंकवाद' पर ट्रंप का प्रहार, PM मोदी की ललकार

पाकिस्तान को अमेरिका के अल्टीमेटम और आतंकवाद पर अमेरिका के सबसे बड़े संदेश ने परेशानी में डाल दिया है. अहमदाबाद ने 26 मिनट के अपने भाषण में आतंकवाद पर इस्लामाबाद को साफ संदेश दे दिया. ट्रंप ने साफ तौर पर कह दिया है कि पाकिस्तान को अब आतंकवाद का पक्का इलाज करना पड़ेगा. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 24, 2020, 08:21 PM IST
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'इस्लामिक आतंकवाद' पर ट्रंप का प्रहार, PM मोदी की ललकार

अहमदाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कट्टर इस्लामिक आतंकवाद से निपटने की तैयारी के संकेत दे दिये हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि आतंकवाद पर भारत और अमेरिका साथ-साथ हैं और ट्रंप बड़ा ही सोचते हैं. ऐसा होना भी लाजमी था. नमस्ते ट्रंप इवेंट में ट्रंप ने कहा कि वो कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत के साथ हैं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ही अपने नागरिकों को इस्लामिक आतंकवाद से बचा रहे हैं.

'इस्लामिक आतंकवाद' की 'डेडलाइन' तय?

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने इस्लामिक आतंकवाद की डेडलाइन तय कर दिया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उन्होंने मोटेरा स्टेडियम से दो टूक शब्दों में ये कह दिया कि "भारत और अमेरिका दोनों इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से अपने लोगों को बचाने के लिए एकजुट हैं. दोनों देशों ने आतंकवाद के दर्द को झेला है और आतंकवाद से प्रभावित हुए हैं."

अबकी बार, 'राष्ट्रवाद' से आतंकवाद पर वार?

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में इस्लामिलक आतंकवाद ISIS के आतंकी अल बगदादी को मारे जाने का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "इस्लामिक आतंकवाद का शिकार रहे हैं, जिसके खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी है. अमेरिका ने अपने एक्शन में ISIS को खत्म किया और अल बगदादी का खात्मा किया. डोनाल्ड ट्रंप बोले कि हम आतंक के खिलाफ कड़े एक्शन ले रहे हैं."

अहमदाबाद से इस्लामाबाद को आखिरी चेतावनी!

भाषण अहमदाबाद में दिया जा रहा था और संदेश इस्लामाबद तक पहुंच रहा था क्योंकि ट्रंप ने इमरान को भी साफ शब्दों में बता दिया की आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. और आतंक फैलाने वालों को बड़ी कीमत चुकानी होगी. उन्होंने कहा कि "पाकिस्तान पर भी अमेरिका ने दबाव बनाया है. पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेना होगा, हर देश को अपने सुरक्षित करने का अधिकार है."

डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी कहा कि "जिस दिन से मैंने पदभार संभाला है, उस दिन से हमारा प्रशासन पाकिस्तानी सीमा के आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के साथ सही दिशा में काम कर रहा है." प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा की आतंक को हराने के लिए दोनों देश एकजुट हैं. पीम मोदी ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए ट्रंप की तारीफ की.

अबकी बार 2 राष्ट्रवादी यार

सबसे खास बात ये रही की ट्रंप ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 16 बार जिक्र किया. ट्रंप ने भारत और भारतीय शब्द का 56 बार इस्तेमाल किया. अमेरिका 9 बार, अमेरिकन 6 बार, गुजरात 3 बार, पार्टनरशिप 3 बार, लोकतंत्र 2 बार और नमस्ते शब्द का दो बार इस्तेमाल किया.

आपको याद होगा हाऊदी मोदी के दौरान भी ट्रंप ने इस्लामिक आतंकवाद के खात्मे के बात कही थी और अब फिर एक बार कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देकर ये बता दिया की आतंक फैलाने वालों को बड़ी कीमत चुकानी होगी.

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एयरफोर्स वन से भारत पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप जब 26 सीढ़ियां उतरकर पीएम मोदी से गले लगे तभी इस बात का एहसास हो गया था कि मोदी और ट्रंप की दोस्ती अब अलग स्तर पर पहुंच चुकी है. इसके बाद पीएम मोदी ने मिलानिया ट्रंप से हाथ मिलाया और भारत में उनका स्वागत किया.

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एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद जब ट्रंप का काफिला मोटेरा स्टेडियम पहुंचा तो  स्वागत अमेरिकी राष्ट्रपति बेहद खुश दिखाई दिए. यहीं पर प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से डॉनल्ड ट्रंप की मुलाकात कराई.

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