आगरा: 27 जनवरी की रात उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के शमसाबाद में सर्राफा कारोबारी व सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष मुकलेश गुप्ता (62 वर्ष) और उनकी पत्नी लता गुप्ता (60 वर्ष) की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस घटना की जानकारी 28 जनवरी की सुबह हुई. घटना की वजह लूटपाट को बताई गई थी क्योंकि हत्यारे कई किलोग्राम सोना और नकदी ले गए. जिसके बाद से पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए छानबीन कर रही थी.
जांच में कस्बे का दुकानदार ही निकला मास्टर माइंड
ए डी जी अजय आनंद ने बताया कि सर्राफा कारोबारी मुकलेश और पत्नी की निर्मम हत्या और लूटपाट का मास्टर माइंड परचून दुकानदार कपिल गुप्ता हैं. इस घटना को अंजाम देने के लिए आपराधिक प्रवृति के ओम बाबू राठौड़ को दुकानदार ने अपने साथ लिया. एडीजी अजय आंनद ने बताया कि मुकलेश गुप्ता का परिचित कपिल गुप्ता कस्बे में ही इरादतनगर रोड पर परचून की दुकान चलाता है. कपिल पर 10 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज हो गया था, दूसरा साथी ओम बाबू राठौर भी कर्ज में डूबा हुआ था. दोनों ने मुकलेश की संपत्ति को देखते हुए लूट की योजना बनाई. इसी के तहत ये दोनों 22 जनवरी को उनकी दुकान पर पहुंचे और वहां से उधार में एक अंगूठी खरीदी. इसका पैसा देने के बहाने ये लोग 26 जनवरी की शाम को मुकलेश के घर पहुंचे लेकिन दंपती ने दरवाजा नहीं खोला, इसके अगले दिन यानि 27 जनवरी को कपिल ने मुकलेश को फोन कर घर पर आकर अंगूठी के पैसे देने की बात कही. कपिल और ओम बाबू 27 जनवरी को करीब 7 बजे मुकलेश के घर पहुंचे तो पत्नी लता ने दरवाजा खोल दिया. घर में घुसकर कपिल और ओम बाबू ने लता की गला दबाकर हत्या कर दी. फिर दोनों ने अलमारी में रखा सोना व नकदी लूट ली. उस समय मुकलेश अपने भांजे को छोड़ने गए हुए थे. रात आठ बजे, जब वे वापस लौटे तो कपिल और ओम बाबू ने घटना का कोई भी सुराग न छोड़ने की वजह से उन्हें भी जान से मार दिया और सीसीटीवी का डीवीआर भी साथ ले गए. मर्डर और लूट के बाद ये लूटे गए सोने को ठिकाने लगाने की फिराक में लगे हुए थे.
लखनऊ में एक और हिंदूवादी नेता की हत्या, यूपी में सनसनी, लिंक पर क्लिक कर जानें खबर.
पांच करोड़ से ज्यादा का माल लूट कर ले गए थे
आई जी ए सतीश गणेश ने बताया कि मृतक सर्राफ मुकलेश गुप्ता और उनकी पत्नी लता गुप्ता के अलावा घर पर कोई और नहीं रहता है. इसलिए लूटे गए सोने और नकदी के बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई. सभी अपना अंदाजा बता रहे थे, पकड़े गए आरोपितों से जो सोना और नकदी बरामद की गई है, वह पांच करोड़ से ऊपर की बताई जा रही है.
करंट लगाकर मरने की पुष्टि की गई थी
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, सर्राफा व्यवसाई मुकलेश और उनकी पत्नी की गला दबाकर हत्या की गई, जिसके बाद कपिल और ओम बाबू ने टेप लगाकर बिजली का तार उनके शरीर से बांधा था. और फिर स्विच ऑन कर करंट प्रवाहित किया ताकि यह लग सकें कि ये लोग जिंदा तो नहीं हैं.
जांच में लगी थी पुलिस की सात टीमें
इस हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. ए डी जी अजय आनंद, आई जी रेंज ए संतीश गणेश और एसएसपी बबलू कुमार खुद पूरे मामले को मॉनिटर कर रहे थे तो वही एस पी ग्रामीण प्रमोद कुमार घटना के बाद से ही शमशाबाद में ही कैंप कर रहे थे .पुलिस की सात टीमें खुलासे में लगी हुई थी, इस खुलासे से सर्राफा कारोबारियों ने राहत की सांस ली है.