नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने गुरुवार को Ease of Living Index-2020 जारी किया. इस Index के मुताबिक देश में 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में रहने के लिए बेंगलुरू सबसे Best शहर है. वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में शिमला सबसे ऊपर की रैंक पर है. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी की है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली के लिए यह Index इस लिहाज से बुरा साबित हुआ कि दिल्ली Top 10 रैंक में भी जगह नहीं बना सकी. दिल्ली 13वें नंबर पर सिमट गई.
बरेली, धनबाद और श्रीनगर सबसे नीचे
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को Ease of Living Index-2020 जारी किया गया. यह Index इसके पहले 2018 में जारी किया गया था, जो कि पहली बार था. इस लिस्ट में की गई रैंकिंग में बरेली, धनबाद और श्रीनगर आखिरी पायदान में हैं. यानी कि जन्नत कहे जाने वाले कश्मीर में अब लोग रहना नहीं चाहते, या रहने से खुश नहीं हैं. वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में शमिला को पहला स्थान मिला है, लेकिन बिहार का मुजफ्फरपुर आखिरी नंबर पर आता है.
2021 में जारी की गई यह लिस्ट इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि PM Modi लगातार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही ईज ऑफ लिविंग की बात को अपने भाषणों और संबोधनों में शामिल करते रहे हैं. सरकार शहरी विकास पर खर्च का निर्धारण भी इसी लिस्ट को प्राथमिकता में रखते हुए करती है.
15 मानकों पर आधारित है रैंकिंग
इस लिस्ट में 111 शहरों की रैंकिंग जारी की गई है. रैंकिंग के लिए गवर्नेंस, आइडेंटिटी एंड कल्चर, एजुकेशन, हेल्थ, सेफ्टी, इकॉनमी, अफोर्डेबल हाउसिंग, लैंड यूज प्लानिंग, पब्लिक ओपन स्पेस, ट्रांसपोर्टेशन और मोबिलिटी जैसे 15 मानक निर्धारित किए गए हैं. इनके ही आधार पर रैंकिंग जारी की जाती है.
शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि भारत की आर्थिक ग्रोथ उसके शहरों के विकास से भी दिखती है. भारत इस वक्त दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. भारत में जिस तरह तेजी से शहरीकरण हो रहा है, उससे साफ है कि आने वाले तीस सालों में देश की 50 फीसदी आबादी शहरों में होगी.
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