Kisan Mahapanchayat के लिए मुजफ्फरनगर में जुट रहे देशभर के किसान, प्रशासन मुस्तैद
Kisan Mahapanchayat: राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे. यह पूरा इलाक़ा उनके पिता महेंद्र सिंह टिकैत के असर वाला माना जाता है.
नई दिल्लीः Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर के जीआईसी कॉलेज के विशाल मैदान में किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इस महापंचायत में कई राज्यों से किसानों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक कहते हैं, "देश के कोने-कोने से किसान इस महापंचायत में शिरकत करेंगे. महापंचायत में हरियाणा के अलावा पंजाब और कई अन्य राज्यों से महिला जत्थेदार भी पहुँच रही हैं.''
साथ दिखेंगे राकेश-नरेश टिकैत
राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे. यह पूरा इलाक़ा उनके पिता महेंद्र सिंह टिकैत के असर वाला माना जाता है. लगभग दस महीनों के आंदोलन के बाद पहला मौका होगा, जिसमें राकेश टिकैत और उनके भाई नरेश टिकैत एक साथ दिखेंगे.
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक यादव ने कहा, हमें 70,000 लोगों की भीड़ की उम्मीद है. ऐसी भीड़ को प्रबंधित करने के लिए, बलों की तैनाती एक मानक संचालन प्रक्रिया है.
200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए
बलों में प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलेरी (पीएसी) की छह कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां और 1,200 पुलिसकर्मी शामिल हैं. सूत्रों ने कहा कि अर्धसैनिक बलों की दस कंपनियां और 4,000 पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जा रहा है. एसएसपी ने कहा कि, हवाई निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा और 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इस दौरान 2,500 स्वयंसेवक `शांति सुनिश्चित करने` के लिए काम करेंगे.
सपा और रालोद का आयोजन को समर्थन
समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल ने इस आयोजन को समर्थन देने की घोषणा की है. जीआईसी मैदान में होने वाली महापंचायत में विभिन्न खाप भी मौजूद रहेंगे. महापंचायत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले देशभर के किसान एक साथ आएंगे.
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों सहित देश भर से किसान पहुंचेंगे. उत्तर प्रदेश भर से हजारों किसान शुक्रवार से मुजफ्फरनगर के लिए आगे बढ़ने लगे हैं. हमने 5 लाख लोगों के लिए व्यवस्था की है, लेकिन संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं.
20 से अधिक एलईडी स्क्रीन और माइक्रोफोन लगाए गए
संयुक्त किसान मोर्चा आधिकारिक तौर पर महापंचायत में अपने `मिशन यूपी और उत्तराखंड` की घोषणा करेगा. हम किसानों और अन्य मतदाताओं से अपील करेंगे कि वे तीन `काले` कृषि कानूनों का समर्थन करने वालों को हरा दें. यह आयोजन किसानों को एकजुट करने का एक प्रयास भी है. रविवार के बाद किसानों का विरोध तेज होगा.
इस बीच, राजकीय इंटर कॉलेज ग्राउंड के आयोजन स्थल से 4 किलोमीटर के दायरे में 20 से अधिक एलईडी स्क्रीन और माइक्रोफोन लगाए गए हैं.
100 चिकित्सा शिविर भी बनाए गए
मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में पहले से ही 500 से ज्यादा लंगर चल रहे हैं. अन्य 500 मोबाइल लंगर, भोजन और पेयजल ले जाने वाले ट्रैक्टर मुजफ्फरनगर तक जाने वाले मार्गों पर चलेंगे. मुजफ्फरनगर के बाहर से महापंचायत के लिए आने वाले किसान निकाय द्वारा बुक किए गए 20 से अधिक बैंक्वेट हॉल में से एक में रह सकते हैं.
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए लगभग 100 चिकित्सा शिविर, 50 एम्बुलेंस और एक अस्थायी अस्पताल भी स्थापित किया गया है. शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत के जिला प्रशासन ने शनिवार रात से सभी शराब की दुकानों को बंद कर दिया है. यह बंद रविवार रात तक जारी रहेगा.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.