नई दिल्लीः कृषि कानूनों का विरोध अब काफी आगे बढ़ गया है. किसानों ने मांगे न मानने की दशा में भारत बंद का ऐलान कर दिया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, भारत सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया है हम उसमें शामिल होंगे अगर सहमति नहीं बनी और हमारी मांग नहीं मांनी गयी तो भारत बंद रहेगा.
किसानों ने अब आंदोलन तेज कर दिया है और सरकार से कहा है कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गयी तो हम आंदोलन और तेज करेगे.
किसी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं किसान
नए कृषि कानूनों पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं. किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगे मानने की अपील की है. दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान संगठनों ने शुक्रवार शाम को प्रेस वार्ता कर ऐलान किया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो 5 दिसंबर को देशभर में पीएम मोदी के पुतले जलाएंगे और 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया जाएगा.
Security personnel continue to guard Tikri border (Delhi-Haryana border) as farmers' protest against the centre's farm laws continues.
A meeting of farmer leaders with the central government to take place tomorrow. pic.twitter.com/NVsnhOybgS
— ANI (@ANI) December 4, 2020
सभी टोल प्लाजा करेंगे बंद
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, MSP पर हमारी बात सरकार के साथ चल रही है हमारी एक ही मांग है तीनों कानूनों को वापस लिया जाए. अगर सरकारी हमारी मांग नहीं मानती है तो आंदोलन और तेज होगा. हमने आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. इस दौरान सभी टोल प्लाजा बंद रहेंगे. दिल्ली आने वाले सभी रास्तों को भी बंद कर दिया जायेगा.
किसान बोले-अब चलेगी लंबी लड़ाई
दरअसल, किसान नेताओं और सरकार के बीच गुरुवार को हुई बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका था. प्रदर्शनकारी किसानों को आशंका है कि केंद्र सरकार के कृषि संबंधी कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की व्यवस्था खत्म कर दी जाएगी. इससे किसानों को बड़े औद्योगिक घरानों की कृपा पर छोड़ दिया जाएगा.
किसान नेताओं ने कहा कि देशभर में उनके साथ के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और कर्नाटक में किसान भाई प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें भी दिल्ली आने के लिए कह दिया गया है. हम पूरे देश से किसानों को दिल्ली बुला रहे हैं. लड़ाई लंबी चलेगी औऱ आर पार की होगी . हमारे पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है.
हम सरकार को चुनौती नहीं दे रहे हैं: किसान
किसान नेता ने कहा, हमें कॉरपोरेट फार्मिंग किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है. हम सरकार कोई कोई समय नहीं दे रहे ना ही चुनौती ना ही चेतावती हम बता रहे हैं कि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन और तेज होगी .
One-day Bharat Bandh has been called on December 8 to protest against the three farm laws. Tomorrow, we will attend the meeting called by the government: Farmer leader Rakesh Tikat at Ghazipur (Delhi)-Ghaziabad (UP) border pic.twitter.com/yCqRNtYDfy
— ANI (@ANI) December 4, 2020
हर राज्य से किसान दिल्ली कूच करेगा. लोगों में सरकार के प्रति अब गुस्सा भर रहा है. कर्नाटक, बंगाल में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं किसी सरकार की हिम्मत नहीं है कि इस आदोलन को पीछे कर सके.
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