नई दिल्ली: यूरोपीय सांसदों का दल मंगलवार को कश्मीर का दौरा करेगा. इसके पहले इन सभी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की है. पीएम मोदी के साथ यूरोपीय सांसदों की मुलाकात अपने आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर की. उन्होंने विदेशी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि 'आतंकवाद से लड़ने के लिए करीबी अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है. ऐसे लोगों और देशों के खिलाफ ऐक्शन लिए जाने की जरूरत है, जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं. भारत यूरोपियन के साथ अपने संबंधों को बेहद महत्व देता है,'
Prime Minister Narendra Modi to European Parliament members: Urgent action must be taken against all those who support or sponsor terrorists or support such activities and organizations or use terrorism as a state policy.There should be zero tolerance for terrorism. pic.twitter.com/wbZo3AmwyO
— ANI (@ANI) October 28, 2019
जम्मू कश्मीर दौरे पर यूरोपीय सांसदों को ले जाने की यह योजना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की है. सोमवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी शामिल थे. इस बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसदों से यह भी कहा कि 'में उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर समेत देश के विभिन्न हिस्सों के दौरे से उन्हें भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को समझने में मदद मिलेगी. इसके अलावा इलाके में विकास और गवर्नेंस को लेकर भी उनकी दृष्टि मजबूत होगी.'
Delhi: Members of European Parliament called on Prime Minister Narendra Modi at 7, Lok Kalyan Marg today. The delegation would be visiting Jammu and Kashmir tomorrow. pic.twitter.com/JQKq5xifkk
— ANI (@ANI) October 28, 2019
खबरों के मुताबिक कश्मीर का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल में 28 सदस्य होंगे, जो कि 5 अगस्त को धारा 370 हटाए जाने के बाद वहां की स्थितियों का आकलन करेंगे. आपको बता दें कि यूरोपीय संसद ने कश्मीर के मसले पर भारत का पक्ष लेते हुए पाकिस्तान की कटु आलोचना की थी. यूरोपीय संसद में 11 सालों में पहली बार कश्मीर पर खुली चर्चा हुई, जिसमें भारतीय पक्ष का समर्थन किया गया था. उस समय यूरोपीय सांसदों ने एक स्वर में कहा था कि हमें भारत का समर्थन में आगे आना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान में आतंकवादियों को शरण मिलती है. यह आतंकवादी पड़ोसी मुल्क में जाकर अशांति फैलाते हैं.
यूरोपीय सांसदों के इस कश्मीर दौरे का आयोजन यूरोप के एक एनजीओ ने ऑर्गेनाइज कराया है. इसमें इटली के सदस्य ज्यादा हैं. इस दौरे से जम्मू कश्मीर के ताजा हालात दुनिया के सामने आएंगे.