नई दिल्ली. वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद में कोर्ट ने सोमवार को बड़ा फैसला सुनाया. पांच हिंदू महिलाओं द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई के लिए वाराणसी की जिला अदालत ने सहमति दे दी है. केस में फैसला सुनाने वाले जज का नाम अजय कृष्ण विशेष है जो वाराणसी के जिला जज हैं. एके विशेष ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 22 सितंबर को तय की है. 


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कौन हैं एके विशेष?
साल 1964 में उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में जन्में जज एके विशेष साइंस ग्रेजुएट हैं. इसके बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की थी. 1984 में उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई पूरी की और 1986 में मास्टर ऑफ लॉ यानी एलएलएम कंप्लीट किया. 


उत्तराखंड के कोटद्वार जिले में 1990 में उन्होंने मुंसिफ मजिस्ट्रेट के तौर पर करियर की शुरुआत की थी. 58 वर्षीय एके विशेष वाराणसी से पहले बुलंदशहर, इलाहाबाद और सहारनपुर जैसे शहरों में जिला जज रह चुके हैं. 


पिछले साल बनाए गए वाराणसी के जिला जज
उन्हें वाराणसी का जिला जज अगस्त 2021 में बनाया गया और वो जनवरी 2024 में रिटायर में होंगे. इलाहाबाद हाईकोर्ट पर दी गई उनकी प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने 16 ट्रेनिंग कोर्सेज किए हैं.


कैसे पहुंचा था डिस्ट्रिक्ट जज के पास यह मामला
दरअसल ज्ञानवापी मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मई महीने में वाराणसी के सबसे सीनियर जज के पास पहुंचा था. दरअसल पांच हिंदू महिलाओं ने ज्ञानवापी मस्जिद की पश्चिमी दीवार के पीछे स्थित श्रृंगार गौरी के मंदिर में सालोंभर पूजा का अधिकार मांगा था. वर्तमान में श्रद्धालुओं को केवल चैत्र नवरात्र के चौथे दिन पूजा करने दी जाती है. 


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