नई दिल्ली: देश की सरकारें अपील कर रही हैं. देश के बड़े-बड़े डॉक्टर अपील कर रहे हैं. अगर कोई व्यक्ति विदेश से लौटा है, तो वो अपनी पूरी जानकारी प्रशासन को दे. लेकिन लोग इस बात को छिपाते घूम रहे हैं. वो कोरोना को लेकर देश के लिए किसी विलेन से कम नहीं हैं. हालात ये हो गए हैं कि मरीजों के आंकड़े लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं, पूरे देश में लॉकडाउन है.
32 States/Union Territories announce complete lockdown in the entire state/UT covering 560 districts: Government of India pic.twitter.com/uvBXa3S9Jt
— ANI (@ANI) March 24, 2020
कोरोना पर देश के विलेन
सिंगर कनिका कपूर इसका जीता जागता उदाहरण हैं और कनिका कपूर ही क्यों, ऐसे कई और लोगों के बारे में भी पता चल रहा है जो विदेश से लौटे हैं और जानकारी छिपाकर अलग अलग राज्यों में लोगों के लिए नई मुसीबत बन गए हैं. जिनसे हर हाल में बचना अब बहुत जरूरी हो गया है.
लंडन से लौटी कनिका कपूर कोरोना पॉज़िटिव थीं. इसके बावजूद वो लखनऊ कानपुर में लोगों से मिलती रहीं, पार्टी करती रहीं. नतीजा ये हुआ कि कनिका से मिलने की वजह से वसुंधरा राजे सिंधिया, दुष्यंत सिंह और अकबर अहमद डंपी ने खुद को आइसोलेट कर लिया. जितिन प्रसाद भी आइसोलेशन में चले गए.
कनिका की पार्टी में शामिल होने के बाद दुष्यंत सिंह दिल्ली में संसद भवन पहुंचे राष्ट्रपति भवन भी गए. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी जांच कराई. राहत की बात है उनका टेस्ट निगेटिव आया. लेकिन कनिका की एक गलती से लखनऊ से दिल्ली तक खतरा बढ़ गया. इसीलिए यूपी पुलिस ने कनिका के खिलाफ एक नहीं, चार एफआईआर दर्ज की.
अब आपको नोएडा का इसी तरह का एक केस बताते हैं
नोएडा, यूपी
नोएडा के सेक्टर 74 में सुपरटेक केपटाउन सोसायटी है. सुपरटेक केपटाउन सोसायटी में रहने वाला एक व्यक्ति फ्रांस से लौटा था और बिना किसी को बताए करीब दस दिन से घर में कैद था.
खबर मिलने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम 20 मार्च को मौके पर पहुंची उसे जांच के लिए साथ ले गई. 21 मार्च की सुबह आई रिपोर्ट में व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकला. जिसके बाद पूरी सोसायटी का परिसर बंद कर दिया गया. पीड़ित के संपर्क में आने वाले सोसायटी के कुछ लोगों की जांच भी की जा रही है.
फर्रुख़ाबाद, यूपी
अब आपको यूपी के फर्रुखाबाद की खबर बताते हैं. 26 दिन तक चीन में रहने के बाद एक व्यक्ति फर्रुखाबाद लौटा उसे तेज बुखार और सर्दी खासी की शिकायत थी. उसने ये बात सबसे छिपाई, जब हालत और खराब हुई, तो लोहिया अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों को शक हुआ. लेकिन जैसे ही इसका पता पीड़ित को चला, वो अस्पताल से गायब हो गया. उसकी तलाश की जा रही है.
अब आप खुद सोचिए, ऐसे लोग जानकारियां छिपाकर कैसे नया खतरा पैदा कर रहे हैं, इसीलिए हम बार-बार अपील करते हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से लोग ठीक भी हो रहे हैं, इसीलिए डरिए नहीं, विदेश से लौटने वाले जानकारी छिपाएं नहीं. वरना कोरोना से देश की ये जंग और बड़ी हो सकती है.
वाराणसी, यूपी
हम हर वो खबर आपको बता रहे हैं जिसे जानने समझने के बाद आपको और भी ज्यादा सावधान होने की जरूरत है. जो लोग विदेश से आ रहे हैं, वो कहीं ज्यादा चिंता बढ़ा रहे हैं. एक मामला वाराणसी से भी सामने आया है. यहां एक गांव ही लॉकडाउन करना पड़ा.
17 मार्च को संक्रमित व्यक्ति दुबई से दिल्ली प्लेन से पहुंचा. 18 मार्च को ट्रेन से दिल्ली से वाराणसी पहुंचा. जहां, रेलवे स्टेशन से टेम्पो पर बैठकर छितौरा गांव पहुंचा. 19 मार्च को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल चेकअप के लिए गया और उस दिन ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके बाद 21 मार्च को ही पूरा गांव लॉकडाउन किया गया. 21 मार्च को ही पीड़ित के साथ सफर करने वाले यात्रियों को आइसोलेशन की सलाह दी गई. ऐसे कई सारे केस आए हैं जो कोरोना को लेकर सतर्क और सचेत होने के बजाय विलेन की तरह देश की परेशानी बढ़ाने वाले साबित हुए हैं. ऐसे में ज़ी मीडिया हर किसी से ये अपील करता है कि आप सावधान रहें.
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अब लोगों की ऐसी करतूत के बाद तो कोरोना के कहर पर लगाम लगा पाना वाकई काफी मुश्किल हो जाएगा. देखते ही देखते पूरी दुनिया कोरोना के इस ज़हर से दहशत में है और खौफ के साए में जीने को मजबूर हो गई है. लेकिन अगर अब भी देश में ऐसे विलेन की कोताही जारी रहेगी तो आने वाले समय में भारत में भी बड़ी मुसीबत पैदा हो सकती है.
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