Pahalgam Terrorist attack के बाद भारत सरकार, एक के बाद एक पाकिस्तान के खिलाफ ठोस फैसले ले रही है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने देश में मौजूद पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया. बता दें, भारत सरकार द्वारा ‘भारत छोड़ो’ नोटिस जारी करने के बाद 537 पाकिस्तानी नागरिकों ने पिछले 3 दिनों में अटारी बॉर्डर के रास्ते देश छोड़ दिया. नोटिस उन पाकिस्तानी नागरिकों को दिया गया था जो शॉर्ट-टर्म वीजा पर भारत में थे. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह कदम उठाया गया. महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से वापस लौटे हैं. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि तय समयसीमा के भीतर सभी पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़ दें.
537 पाकिस्तानी नागरिकों ने छोड़ा भारत
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में घटी आतंकी घटना दिल दहला देने वाली है. शुरूआती जांच में मालूम चला कि निहत्थे पर्यटकों पर गोली बरसाने वाले आतंकियों का ताल्लुकात पाकिस्तान से है. ऐसे में भारत सरकार ने देश में रह रहे पाकिस्तानियों के लिए भारत छोड़ो का नोटिस जारी किया था. नोटिस के बीते तीन दिनों में 537 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत छोड़ा है. अटारी बॉर्डर के प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने जानकारी दी कि रविवार को ही 237 पाकिस्तानी नागरिक पाकिस्तान लौटे.
सरकारी आदेश के अनुसार, शॉर्ट-टर्म वीजा धारकों को 26 अप्रैल तक भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया था. मेडिकल वीजा पर आए लोगों के लिए अंतिम तारीख 29 अप्रैल तय की गई थी. इसके अलावा लंबी अवधि और डिप्लोमैटिक वीजा धारकों को इस आदेश से छूट दी गई थी.
किन वीजा धारकों को छोड़ना पड़ा भारत?
सरकार ने 12 श्रेणियों के वीजा धारकों को भारत छोड़ने के लिए कहा, जिनमें बिजनेस, स्टूडेंट, जर्नलिस्ट, ट्रांजिट, कॉन्फ्रेंस, पिलग्रिम, माउंटेनियरिंग और ग्रुप टूरिस्ट वीजा शामिल हैं. वहीं, जिनके पास लॉन्ग-टर्म या डिप्लोमैटिक वीजा थे, उन्हें भारत में रहने की अनुमति दी गई. इसके बावजूद, कई पाकिस्तानी नागरिकों ने हवाई अड्डों के जरिए भी भारत छोड़ा, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स नहीं चलती हैं.
भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से लौटे
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते तीन दिनों में 850 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से लौटे हैं. 25 अप्रैल को 287 भारतीय अटारी-वाघा बॉर्डर से लौटे, जबकि 26 अप्रैल को 342 भारतीय नागरिक वापस आए. इनमें 13 भारतीय राजनयिक और अधिकारी भी शामिल हैं. अधिकारी बताते हैं कि भारत ने अपने नागरिकों को भी तेजी से स्वदेश लौटने के निर्देश दिए थे.
महाराष्ट्र में सबसे अधिक पाकिस्तानी नागरिक
ऐसे में जेहन में सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि किस राज्य में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी हैं, और उनकी संख्या कितनी है. ऐसे में महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है. जहां सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक शॉर्ट-टर्म वीजा पर रह रहे थे. राज्य के मंत्री योगेश कदम के अनुसार, लगभग 1,000 पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के आदेश दिए गए हैं.
दी हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में कुल 5,050 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें अधिकांश लॉन्ग-टर्म वीजा पर हैं. अकेले नागपुर में 2,450 पाकिस्तानी नागरिक हैं, जबकि ठाणे, जलगांव, नवी मुंबई और पुणे के इलाकों में भी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक बसे हुए हैं.
इन राज्यों में भी पाकिस्तानियों की भरमार
महाराष्ट्र अकेला एक ऐसा राज्य नहीं है, जहां पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं. इसके अलावा, तेलंगाना में 208 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे, जिनमें से अधिकांश हैदराबाद में रह रहे थे. इनमें 13 शॉर्ट-टर्म वीजा और 39 मेडिकल व बिजनेस वीजा वाले थे.
केरल में भी 104 पाकिस्तानी नागरिक थे, जिनमें से 99 लॉन्ग-टर्म वीजा पर थे. मध्य प्रदेश, गुजरात, गोवा, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में भी पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे, जिन्हें तय समयसीमा में भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है.
पहलगाम हमले के बाद सख्त केंद्र सरकार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 26 लोगों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू की.
गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर यह सुनिश्चित करने को कहा कि तय समयसीमा के बाद कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में न रुके. इसके बाद गृह सचिव गोविंद मोहन ने मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर स्थिति की समीक्षा की. भारत-पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण संबंध इस घटना के बाद और अधिक बिगड़ गए हैं.
भारत सरकार किसी भी कीमत पर, पहलगाम के दोषियों को छोड़ने वाली नहीं है. इसको लेकर जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन जारी है. साथ ही लाइन ऑफ कंट्रोल पर सीजफायर तोड़ने की कोशिश करने वाले पाकिस्तानी सैनिकों को भी भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है.