Indigenous fighter jet AMCA: भारत जल्द ही दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल होने जा रहा है. जिनके पास स्वदेशी फिफ्थ-जेनरेशन फाइटर जेट की क्षमता है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने बताया कि एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोजेक्ट को 2024 में मंज़ूरी मिली है और इसका पहला वर्जन 2035 तक भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएगा. यह लड़ाकू विमान स्टील्थ, सुपरक्रूज़, और एडवांस्ड एवियोनिक्स जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस होगा. दो चरणों में विकसित होने वाले इस विमान का पहला संस्करण अमेरिकी इंजन से और दूसरा स्वदेशी इंजन से चलेगा.
2035 तक भारत को मिलेगा फाइटर जेट
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भारत का पहला 5th-जेनरेशन लड़ाकू विमान AMCA साल 2035 तक भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन जाएगा. यह प्रोजेक्ट भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति का हिस्सा है और इसे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने 2024 में मंजूरी दी थी.
यह फाइटर जेट भारत को अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की श्रेणी में खड़ा करेगा, जो पहले ही ऐसे उन्नत स्टील्थ फाइटर जेट्स का निर्माण और इस्तेमाल कर रहे हैं.
दुनिया के मानकों के अनुसार है डेडलाइन
डॉ. कामत ने माना कि फाइटर जेट बनाने की 2035 की समयसीमा अधिक लग सकती है, लेकिन यह बाकी देशों में लगने समय के ही बराबर है. कामत के मुताबिक, दुनिया में कहीं भी किसी 5th-जेनरेशन फाइटर को विकसित करने में 10 से 15 साल लगते हैं.
आगे उन्होंने बताया, ‘हमने यह यात्रा 2024 में शुरू की है, जब CCS ने प्रोजेक्ट को क्लियर किया. अब हम 10 वर्षों में फाइटर जेट तैयार करके 2035 तक वायुसेना को सौंपने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं.’
AMCA में होंगी 5th-जेनरेशन टेक्नोलॉजी
AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) एक अत्याधुनिक फाइटर जेट होगा. जिसमें स्टील्थ टेक्नोलॉजी, सुपरक्रूज क्षमता, सेंसर फ्यूजन, एडवांस्ड एवियोनिक्स और इंटरनल वेपन जैसी खूबियां होंगी. ये सभी विशेषताएं किसी भी 5th-जेनरेशन कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का आधार मानी जाती हैं.
यह लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जा रहा है, जिससे एयरफोर्स को लंबे समय तक मजबूत और सक्षम बनाए रखा जा सके.
दो फेज में होगा डेवलप
AMCA दो फेज में बनेगा. पहला वर्जन AMCA मार्क-1 अमेरिकी GE F414 इंजन से चलेगा. यह शुरुआती निर्माण और परीक्षण के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इसके जरिए भारत को 5th-जेनरेशन जेट टेक्नोलॉजी की तरह ताकत देगा.
दूसरा वर्जन AMCA मार्क-2 एक स्वदेशी इंजन के साथ विकसित किया जाएगा, जिसे टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जरिए विकसित करने की योजना है. इससे भारत को लंबे वक्त के लिए तकनीकी आत्मनिर्भरता मिलेगी.
चीन के J-20 को टक्कर देगा AMCA
AMCA को चीन के J-20 स्टील्थ फाइटर को काउंटर करने की रणनीतिक योजना के तहत तैयार किया जा रहा है. यह फाइटर जेट भारत की सीमा सुरक्षा को और मजबूत करेगा, खासकर जब कभी भी चीन से टकराव की स्थिति बनती है.
इसके साथ-साथ भारत अपने अन्य स्वदेशी फाइटर प्रोजेक्ट्स, जैसे- तेजस Mk1A और तेजस Mk2 को भी आगे बढ़ा रहा है, ताकि पुराने Mirage 2000 और Jaguar जेट्स को धीरे-धीरे रिप्लेस किया जा सके.
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