Brhamos a Missile with Sukhoi FIghter Jets: भारतीय वायुसेना लगातार खुद को एडवांस करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. पाकिस्तान के साथ हुए विवाद के बाद तो डिफेंस पावर को मजबूत करने के लिए और तेजी से काम हो रहा है. अब खबर आई है कि IAF (Indian Air Force) अपने 20 सुखोई Su-30 MKI फाइटर जेट्स को BrahMos-A मिसाइल से लैस करने वाला है. ये उसी श्रेणी की मिसाइल है, जिसने पाकिस्तान के एयरबेसों को तबाह किया था. यही कारण है कि 20 और सुखोई जेट्स के ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होने की सूचना पाकिस्तान के लिए चिंताजनक हो सकती है.
साल के आखिरी में शुरू होगा अपग्रेड का काम
सुखोई जेट्स में ब्रह्मोस मिसाइल फिट करने का काम HAL यानी Hindustan Aeronautics Limited करेगी. HAL लड़ाकू विमान के फ्यूजलेज को मजबूत करने का काम भी करेगा, ताकि 2.5 टन के वजन वाली ब्रह्मोस-ए मिसाइल को जेट के सेंटरलाइन हार्डपॉइंट पर ले जाया जा सके. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत में ये काम शुरू हो सकता है और साल 2027 से IAF को इन फाइटर जेट्स की डिलीवरी मिलनी शुरू हो जाएगी.
40 सुखोई जेट्स पहले हो चुके अपग्रेड
इससे पहले 40 सुखोई Su-30 MKI फाइटर जेट्स को ब्रह्मोस-ए मिसाइल से लैस किया जा चुका है. 20 जेट्स ab अपग्रेड कर दिए जाएंगे, तो भारत के पास कुल 60 ऐसे सुखोई फाइटर जेट्स होंगे, जो ब्रह्मोस-ए मिसाइल से लैस होंगे. ये ना सिर्फ पड़ोसी देश पाकिस्तान के सामने, बल्कि पूरे साउथ एशिया में भारत की ताकत का प्रदर्शन होगा.
ब्रह्मोस-ए मिसाइल की खूबियां
- ब्रह्मोस-ए एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसकी रेंज 400 किलोमीटर है.
- इस मिसाइल की स्पीड 2.5 मैक है. इसलिए ये हवा से जमीन पर मार करने वाली दुनिया की ताकतवर मिसाइलों में से एक है.
- ये मिसाइल दुश्मन के हवाई अड्डों, कमांड सेंटरों और नौसैनिक ठिकानों का खात्मा करने में सक्षम है.
- भारत, मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (MTCR) का मेंबर है.इसलिए इसकी रेंज को 800 किमी तक बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है.