नई दिल्ली. राहुल और सोनिया पर वंशवाद का आरोप जड़ते समय हमें ध्यान रखना चाहिए कि सिर्फ मोदी सरकार और मोदी के मंत्री या विधायक ही इस देश में ऐसे आदर्श चरित्र हैं जो अपने बेटों के नाम राजगद्दी नहीं कर रहे हैं. अन्यथा इस देश में इस तरह के बारह उदाहरण हैं जो कि बताते हैं कि वंशवाद भारत में आश्चर्य या आलोचना का विषय नहीं है.
प्रजातंत्र के दहेज़ में आता है वंशवाद
शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन से पहले भी ग्यारह जोड़ियां ऐसी हुई हैं जिनमें पिता के बाद पुत्र ने राजपाट सम्हाला है. तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन एक बार सीएम बन चुके हैं अब दूसरी बार बनने जा रहे हैं. झारखंड की भांति उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, हरियाणा, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि कुछ ऐसे राज्य हैं जहां राजनीति के वंशवादी चरित्र को सफलतापूर्वक चरितार्थ होते देखा जा सकता है.
यूपी में यादव परिवार और उड़ीसा में पटनायक फॅमिली
मुलायम सिंह यादव तीन बार (1989,1993, 2003 ) यूपी के सीएम बने और उनका बेटा अखिलेश यादव एक बार (2012) बन चुका है. ओडिसा में बीजू पटनायक (1990) में एक बार और उनके बेटे नवीन पटनायक पांच बार सीएम रहे हैं और आज भी हैं.
जम्मू-कश्मीर में अब्दुलाज़ और मुफ्तीज़ ने मलाई खाई
जम्मू-कश्मीर में तो हद ही हो गई वंशवाद की. अब्दुल्लाओं की तीन पीढ़ियों ने राजपाट चलाया है जम्मू-कश्मीर का. इसलिए आज सत्ता से बाहर उनका दर्द समझा जा सकता है. शेख अब्दुल्ला दो बार सीएम बने, फिर उनके बेटे फारुख अब्दुल्ला तीन बार और उनके भी बेटे उमर अब्दुल्ला भी एक बार सीएम बने. इसी तरह वहां मुफ्ती मोहम्मद सईद सीएम बने और उनके बाद उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती भी मुख्यमंत्री बनी.
हरियाणा में लाल और कर्नाटक में देवगौड़ा
यहां देवी लाल रहे दो बार मुख्यमंत्री तो उनके बेटे ओमप्रकाश चौटाला रहे पांच बार. अभी उनके पोते दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम हैं. कर्नाटक में एचडी देवेगौड़ा एक बार सीएम बने तो उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं.
महाराष्ट्र में चव्हाण और मेघालय में संगमा
महाराष्ट्र में शंकरराव चव्हाण और उनके पुत्र अशोक चव्हाण दो दो बार मुख्यमंत्री रहे. इसी तरह मेघालय में संगमा पिता पुत्र - पीए संगमा और कोनराड संगमा दोनों एक एक बार सीएम बने.
मध्य प्रदेश में शुक्ला परिवार आंध्रपदेश में रेड्डी पिता-पुत्र
एमपी में प्रथम सीएम रविशंकर शुक्ल के बाद उनके पुत्र श्यामा चरण शुक्ला दो बार सीएम बने. आंध्रप्रदेश में बड़े नेता वाईएस राजशेखर रेड्डी एक बार (2004) तो उनके पुत्र आज की तारीख में वहां के मुख्यमंत्री हैं.
अरुणाचल प्रदेश में खांडू पिता-पुत्र रहे सीएम
अरुणाचल प्रदेश में आज के मुख्यमंत्री पेमा खांडू को भी उनके पिता से सत्ता मिली. उनके पहले उनके पिता दोरजी खांडू अरुणाचल के सीएम रह चुके हैं.
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