Rafale Fighter Jet deal: भारत सरकार ने मंगलवार, 8 अप्रैल को इतिहास रचते हुए 26 राफेल मरीन फाइटर जेट्स की खरीद को मंज़ूरी दे दी है. कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (CSS) ने इस ₹63,000 करोड़ की डील को हरी झंडी दिखाई है. यह डील फ्रांस के साथ सरकार-से-सरकार (G2G) के आधार पर होगी और इसमें 22 सिंगल-सीटर व 4 ट्विन-सीटर जेट्स शामिल होंगे. ये राफेल M जेट INS विक्रांत पर तैनात किए जाएंगे और नौसेना की ताक़त को कई गुना बढ़ा देंगे. यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी फाइटर जेट डील मानी जा रही है.
CSS ने दी डील को मंजूरी
कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (Cabinet Committee on Security - CSS) ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमानों की खरीद को मंज़ूरी दे दी. यह फैसला भारतीय नौसेना की क्षमता को अगले स्तर तक ले जाने के लिए लिया गया है.
इस ₹63,000 करोड़ की डील को भारत और फ्रांस के बीच सरकार-से-सरकार (G2G) एग्रीमेंट के ज़रिए अमल में लाया जाएगा. ANI के मुताबिक, यह अब तक की भारत की सबसे बड़ी फाइटर जेट खरीद है.
मिलेंगे 26 मरीन राफेल जेट
इस सौदे के तहत भारत को 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर राफेल मरीन फाइटर जेट मिलेंगे. इसके अलावा डील में लॉजिस्टिक सपोर्ट, मेंटेनेंस, भारतीय कर्मियों की ट्रेनिंग और ऑफसेट शर्तों के तहत कुछ उपकरणों का देश में निर्माण भी शामिल है.
इन विमानों की डिलीवरी एग्रीमेंट साइन होने के लगभग पांच साल बाद शुरू होगी. यह खेप भारतीय नौसेना की ऑपरेशनल रेडीनेस और तैनाती क्षमता को काफी हद तक मजबूत करेगी.
मरीन राफेल की क्या है खासियत?
राफेल M, यानी मरीन वेरिएंट, एक 4.5 जेनरेशन कैरियर-बेस्ड फाइटर जेट है. इसे भारत के स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा. यह जेट मौजूदा मिग-29K फ्लीट के साथ काम करेगा जो INS विक्रमादित्य से ऑपरेट करते हैं.
बता दें, राफेल M में बडी-बडी एरियल रिफ्यूलिंग सिस्टम भी होगा, जिससे ये हवा में ही दूसरे राफेल जेट्स को ईंधन भरने में सक्षम होंगे. इससे इनकी रेंज और एंड्योरेंस दोनों में इज़ाफा होगा. यह फीचर लंबी दूरी के अभियानों में अहम साबित होगा.
टेक्नोलॉजी अपग्रेड की प्लानिंग
इस डील के तहत भारतीय वायुसेना के मौजूदा राफेल बेड़े के लिए ग्राउंड-आधारित उपकरणों और सॉफ्टवेयर अपग्रेड्स की भी योजना है. इससे तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल बनेगा और इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ेगी.
भविष्य में नौसेना स्वदेशी फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट्स को शामिल करने की तैयारी कर रही है, जिसे DRDO विकसित कर रहा है. यह ट्विन-इंजन डेक-बेस्ड फाइटर AMCA प्रोजेक्ट का नेवल वर्जन होगा. इस डील के तहत भारतीय वायु सेना की हवाई क्षमता और बढ़ेगी. जो दुश्मनों को किसी भी मोर्चे पर नेस्तनाबूद करने के लिए काफी होंगे.
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