Highest peak in India: पहाड़ और चोटी सुनने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन इनमें फर्क होता है. पहाड़ अपने आसपास की जमीन से काफी ऊंचा होता है और इसके किनारे आमतौर पर ढलान वाले होते हैं. वहीं चोटी,पहाड़ का सबसे ऊपरी और नुकीला हिस्सा होती है,जहां तक सबसे ऊपर चढ़ा जा सकता है.अब अगर दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ की बात करें तो वो है माउंट एवरेस्ट, जिसकी ऊंचाई करीब 8,848 मीटर है और यह हिमालय में नेपाल और चीन की सीमा पर स्थित है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी कौन‑सी है? आइए जानते है भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों के बारे में, जो न सिर्फ देखने में खूबसूरत हैं, बल्कि भारत की शान भी हैं.
कंचनजंघा
भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी कंचनजंघा है, जिसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है. यह सिक्किम और नेपाल की सीमा पर स्थित है और दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है. इसे स्थानीय लोग श्रद्धा से हिम के पांच खजाने कहते हैं, क्योंकि कंचनजंघा की पांच ऊंची चोटियों को सोना, चांदी , रत्न, अनाज और पवित्र किताबों का प्रतीक माना जाता है. यह जगह अपनी खूबसूरती, कठिन चढ़ाई और अलग-अलग तरह के पौधों और जानवरों के लिए मशहूर है. कंचनजंघा सिर्फ एक पहाड़ नहीं है, बल्कि यह भारत की आस्था, परंपरा की पहचान भी है.
नन्दा देवी
उत्तराखंड की शान नन्दा देवी भारत की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है, जिसकी ऊंचाई 7,816 मीटर है. यह चोटी पूरी तरह से भारत की सीमा के अंदर गढ़वाल हिमालय में स्थित है. नन्दा देवी के आसपास का इलाका, जिसे नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान कहते हैं, वहां बहुत सारे पेड़‑पौधे और जानवर पाए जाते हैं. यह जगह UNESCO की विश्व धरोहर स्थल भी है. नन्दा देवी का मतलब होता है खुशी की देवी, और स्थानीय लोग इसे बहुत श्रद्धा के साथ पूजते हैं क्योंकि इसे आध्यात्मिक महत्व भी प्राप्त है.
कमेट
कमेट भारत की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, जो उत्तराखंड के जास्कर रेंज में 7,756 मीटर ऊंची है. कमेट की चोटी एक पिरामिड जैसी है, जो बर्फीले ग्लेशियर और बर्फ के मैदानों के बीच बहुत खास दिखती है. इसे हिमालय की रानी भी कहा जाता है. कमेट तिब्बत के पास स्थित है और इसके आसपास सुंदर घाटियां और दूर-दराज के रास्ते हैं. इसके बर्फ से ढके ढलान अनुभवी पर्वतारोहीयों के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं, लेकिन चढ़ाई के दौरान यहां से बेहद खूबसूरत नजारे भी देखने को मिलते हैं.
साल्तोरो कांगरी
साल्तोरो कांगरी, जो लद्दाख के दूर-दराज काराकोरम रेंज में स्थित है, भारत का चौथा सबसे ऊंचा पर्वत है जिसकी ऊंचाई 7,742 मीटर है. यह पहाड़ खास इसलिए भी जाना जाता है क्योंकि यह पाकिस्तान के सीमा क्षेत्र के बहुत करीब है. साल्तोरो कांगरी की तेज चोटी और बर्फ से ढकी हुई खड़ी चट्टानें इसे चढ़ने में बहुत मुश्किल बनाती हैं. इसे चढ़ने के लिए बहुत अच्छे और अनुभवी पर्वतारोहियों की जरूरत होती है.
ससेर कांगरी
ससेर कांगरी भारत का पांचवा सबसे ऊंचा पर्वत है, जिसकी ऊंचाई 7,672 मीटर है. यह लद्दाख के पूर्वी काराकोरम रेंज में स्थित है. ससेर कांगरी में कई ऊंची चोटियां हैं और यह ट्रांस-हिमालय क्षेत्र का एक अहम हिस्सा है. इसकी मुख्य चोटी, सासेर कांग्री I, ग्लेशियरों और पत्थरों के बीच तेजी से ऊपर उठती है और साल भर बर्फ से ढकी रहती है.
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