'पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज आ जाए!', जिन्ना के देश को भारत ने अब क्यों सुनाई खरी-खोटी?

पाकिस्तान हर दूसरे दिन भारत के खिलाफ कुछ न कुछ हंगामा मचा ही देता है. अब फिर से पाक की हरकत पर भारत गुस्से से आग बबुला हो गया है, ऐसे में अब भारत की ओर से पाकिस्तान को फटकार लगाई गई है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 19, 2025, 10:57 PM IST
    • भारत हुआ पाकिस्तान पर नाराज
    • OIC का किया गलत इस्तेमाल
'पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज आ जाए!', जिन्ना के देश को भारत ने अब क्यों सुनाई खरी-खोटी?

नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को एक बार फिर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की बैठकों में पाकिस्तान की आलोचना की है. भारत ने देश के आंतरिक मामलों को पाकिस्तान द्वारा बार-बार उठाने जाने के प्रयासों की आलोचना की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा से पहले आयोजित एक मीडिया ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान के झूठे दावों और OIC का गलत इस्तेमाल करने के प्रयासों को खारिज किया है.

पाकिस्तान की है यही आदत
मिसरी ने नई दिल्ली में कहा, 'यह पाकिस्तान की लंबे वक्त से चली आ रही आदत है, जिसके खिलाफ हम नियमित रूप से बोलते रहे हैं और ओआईसी में अपने दोस्तों और साझेदारों के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. विदेश सचिव ने आगे कहा, ओआईसी के सदस्यों में पाकिस्तान की इन हरकतों के बारे में एक निश्चित दृष्टिकोण है, लेकिन हम अपने विचार साझा करना जारी रखेंगे और उनके ध्यान में लाएंगे कि पाकिस्तान की ओर से आदतन किए जाने वाले इन प्रयासों के बारे में हम वास्तव में क्या सोचते हैं.'

OIC को हस्तक्षेप नहीं अधिकार
पिछले कई वर्षों में भारत ने कहा कि मंच का इन निहित स्वार्थी तत्वों की ओर से भारत विरोधी प्रचार के लिए गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. नई दिल्ली में यह भी कहा गया कि ओआईसी को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है. विदेश मंत्रालय (MEA) पहले भी कह चुका है कि यह निराशाजनक है कि OIC खुद को एक ऐसे देश द्वारा इस्तेमाल करने की अनुमति दे रहा है, जिसका धार्मिक सहिष्णुता, कट्टरपंथ और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का घृणित रिकॉर्ड है, जो भारत विरोधी प्रचार में शामिल है. हम ओआईसी को दृढता से सलाह देते हैं कि वह भविष्य में ऐसे संदर्भ देने से बचें.

पीएम मोदी ने बढ़ाई भारत की सुरक्षा
भारत के इस्लामी दुनिया के साथ गहरे ऐतिहासिक, आर्थिक और रणनीतिक संबंध रहे हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले एक दशक में इसे और बढ़ावा मिला है. कई विश्लेषकों का मानना ​​है कि पीएम मोदी ने भारत की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दक्षिण एशिया, मध्य एशिया और मध्य पूर्व में मुस्लिम बहुल देशों के साथ भारत के संबंधों को बढ़ाया है. खाड़ी क्षेत्र भारत को 60 प्रतिशत से अधिक कच्चे तेल की आपूर्ति करता है और ओआईसी देशों का भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार 200 अरब डॉलर से अधिक है.

सऊदी अरब दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी
पहला इस्लामिक सम्मेलन संगठन कहे जाने वाले इस्लामिक सहयोग संगठन की स्थापना 1969 में हुई थी. इसमें 57 सदस्य देश शामिल हैं, जिनमें से 48 मुस्लिम बहुल हैं. संगठन मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज होने का दावा करता है और अंतरराष्ट्रीय शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने की भावना के साथ मुस्लिम दुनिया के हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए काम करता है. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22-23 अप्रैल को सऊदी अरब के दौरे पर रहेंगे. उन्हें इस यात्रा का निमंत्रण क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने दिया है.

ये भी पढ़ें- अमेरिका ने अपने नागरिकों इस देश में ना जाने के लिए चेताया, भारत का ही पड़ोसी है ये!

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़