भारत ने किया 'भार्गवस्त्र' का परीक्षण, ड्रोन्स से निपटने की अद्भुत ताकत, जानें- कैसे एयर डिफेंस सिस्टम को करेगा अधिक मजबूत?

What is Bhargavastra? भार्गवस्त्र एक कम लागत वाली, मॉड्यूलर प्रणाली है जिसे 5,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित विविध भूभागों में तेजी से तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : May 14, 2025, 08:35 PM IST
भारत ने किया 'भार्गवस्त्र' का परीक्षण, ड्रोन्स से निपटने की अद्भुत ताकत, जानें- कैसे एयर डिफेंस सिस्टम को करेगा अधिक मजबूत?

India tested Bhargavastra: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत द्वारा पाकिस्तानी ड्रोन झुंड हमलों को विफल करने के कुछ दिनों बाद भारत ने अपने स्वदेशी भार्गवस्त्र (Bhargavastra) काउंटर-स्वार्म ड्रोन सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.

ओडिशा के गोपालपुर में सीवर्ड फायरिंग रेंज में किए गए इस परीक्षण ने भार्गवस्त्र की एक साथ कई ड्रोन का पता लगाने, उनको लॉक करने और उन्हें बेअसर करने की क्षमता को प्रदर्शित किया. यह बढ़ते ड्रोन खतरों के बीच एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. जहां पाकिस्तान पहले से भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की मजबूती देखकर हैरान है. अब ये स्वदेशी ताकत और इसे मजबूती देगी.

सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (SDAL) द्वारा विकसित, भार्गवस्त्र एक कम लागत वाली, मॉड्यूलर प्रणाली है जिसे 5,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित विविध इलाकों में तेजी से तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है.

यह सिस्टम 'हार्ड किल' (Hard Kill) मोड में काम करता है, जो दुश्मन ड्रोन को जाम या निष्क्रिय करने के बजाय सीधे नष्ट कर देता है.

भार्गवस्त्र कैसे काम करता है?
भार्गवस्त्र किसी एक प्रकार से नहीं बल्कि कई तरीकों से रक्षा प्रदान करता है.

खतरे का पता लगाना: सिस्टम में रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर जोड़े गए हैं जो 6 से 10 किमी दूर से छोटे हवाई खतरों को पहचानने में सक्षम हैं. इसका ए़डवांस कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर वास्तविक समय की पहचान और खतरे का आकलन करने के लिए C4I (कमांड, कंट्रोल, कम्युनिकेशंस, कंप्यूटर और इंटेलिजेंस) तकनीक का उपयोग करता है.

लॉक और टारगेट: एक बार ड्रोन या कई सारे ड्रोन्स, जो एक साथ हमला करने आ रहे होते हैं, उनका पता लगने के बाद, सिस्टम के सेंसर लक्ष्यों को ट्रैक और पहचानते हैं. ऑपरेटर तब हमले के लिए व्यक्तिगत ड्रोन या पूरे झुंड का चयन कर सकते हैं, सिस्टम स्वचालित रूप से ऑप्टिमल फायरिंग सॉल्यूशन को देखते हैं.

न्यूट्रलाइजेशन (Hit): भार्गवस्त्र का पहला काम बिना निर्देशित के ही छोटे रॉकेट को छोड़ना है, जो 20 मीटर का घातक दायरा बनाता है और 2.5 किमी तक की दूरी पर ड्रोन्स के झुंड को निष्प्रभावी कर देता है.

सटीक टारगेट के लिए भार्गवस्त्र का दूसरा कदम निर्देशित माइक्रो-मिसाइलों पर निर्भर होता है, जो विशिष्ट खतरों के खिलाफ सटीक सटीकता सुनिश्चित करती है. हाल के परीक्षणों के दौरान सिस्टम ने सभी मिशन उद्देश्यों को अच्छे से पास करते हुए, एक और साल्वो रॉकेट मोड दोनों को सफलतापूर्वक फायर किया.

भार्गवस्त्र का मॉड्यूलर डिजाइन अतिरिक्त 'सॉफ्ट किल' विकल्पों, जैसे जैमिंग और स्पूफिंग में भी कारगर है, जो मानव रहित हवाई वाहन (UAV) खतरों के खिलाफ एक मजबूत ढाल प्रदान करता है.

सफल परीक्षण हवाई खतरों का मुकाबला करने की भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है, जो सशस्त्र बलों को संवेदनशील क्षेत्रों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए एक मजबूत उपकरण प्रदान करता है.

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