भारत का यह राज्य कहलाता है 'धरोहरों का राजा', सबसे ज्यादा यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज स्थलों के साथ टॉप पर

UNESCO Heritage Sites: संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) विश्व भर की उन जगहों को विश्व धरोहर स्थल घोषित करता है, जिनका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या प्राकृतिक महत्व अद्वितीय होता है. भारत में कुल 40 से अधिक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, लेकिन एक राज्य ऐसा है जो इस सूची में सबसे ऊपर है.   

Written by - Ishita Tyagi | Last Updated : Oct 4, 2025, 11:21 AM IST
  • महाराष्ट्र में पांच यूनेस्को हेरिटेज
  • सबसे ज्यादा यूनेस्को धरोहर स्थल
भारत का यह राज्य कहलाता है 'धरोहरों का राजा', सबसे ज्यादा यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज स्थलों के साथ टॉप पर

UNESCO Heritage Sites: भारत, अपनी हजारों साल पुरानी सभ्यता और असाधारण भौगोलिक विविधता के कारण, पूरी दुनिया में विरासत स्थलों के मामले में एक समृद्ध देश है. इस विरासत का प्रमाण यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में मिलता है, जहां भारत छठे सबसे अधिक साइट वाले देश के रूप में दर्ज है. लेकिन जब बात राज्य-वार इन स्थलों की संख्या की आती है, तो महाराष्ट्र इस दौड़ में सबसे आगे खड़ा है.

भारत का पश्चिमी राज्य-
पश्चिमी भारत का यह राज्य, जो अपने विशाल समुद्री तट, आधुनिक राजधानी मुंबई और ऐतिहासिक किलों के लिए जाना जाता है, पांच यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का घर है. ये धरोहर स्थल न केवल इतिहास के विभिन्न कालखंडों हैं, बल्कि बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म के समन्वय और ब्रिटिश औपनिवेशिक वास्तुकला के बेहतरीन नमूनों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं.

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वर्तमान में, महाराष्ट्र राज्य पांच यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के साथ भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष पर है. इन स्थलों में प्राचीन शैलकृत गुफाओं से लेकर ब्रिटिश-युग की वास्तुकला तक सब कुछ शामिल है.

1. अजंता की गुफाएं (वर्ष 1983)
ये गुफाएं मुख्य रूप से बौद्ध धर्म से संबंधित हैं. यहां शैलकृत गुफाओं में बनी पेंटिंग और मूर्तियां बेहद फेमस हैं. इन गुफाओं की पेंटिंग जातक कथाओं और बुद्ध के जीवन को दर्शाती हैं, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर लगभग 480 ईस्वी तक की हैं.

2. एलोरा की गुफाएं (वर्ष 1983)
एलोरा की गुफाएं एक ही स्थान पर बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म के धार्मिक कला और वास्तुकला का मिश्रण प्रस्तुत करती हैं. यहां का कैलाश मंदिर (गुफा संख्या 16) एक ही चट्टान को काटकर बनाया गया दुनिया का सबसे बड़ा एकाश्म मंदिर है, जो भारतीय वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है.

3. एलीफेंटा की गुफाएं (वर्ष 1987)
मुंबई बंदरगाह के पास एक द्वीप पर स्थित, ये गुफाएं मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित हैं. यहां की सबसे फेमस मूर्ति त्रिमूर्ति (शिव के तीन रूप: सृजनकर्ता, संरक्षक और संहारक) है.

4. छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) (वर्ष 2004)
 यह मुंबई का एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है, जिसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से जाना जाता था. यह शानदार इमारत विक्टोरियन गोथिक रिवाइवल वास्तुकला (Victorian Gothic Revival Architecture) का बेहतरीन नमूना है, जिसमें पारंपरिक भारतीय स्थापत्य कला के तत्व भी शामिल हैं.

5. मुंबई के विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एनसेंबल्स (वर्ष 2018)
यह मुंबई के फोर्ट एरिया में 19वीं सदी की विक्टोरियन गोथिक इमारतों और 20वीं सदी की आर्ट डेको इमारतों का एक समूह है. यह समूह मुंबई की शहरी वास्तुकला के विकास और शहर की वैश्विक औपनिवेशिक विरासत है.

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About the Author

Ishita Tyagi

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से ताल्लकु रखने वाली इशिता त्यागी को जनरल नॉलेज की खबरों में खूब दिलचस्पी है. इन्होंने अपनी पत्रकारिता करियर की शुरुआत ज़ी मीडिया के साथ की है. वो फिलहाल ज़ी भारत के लिए ट्रेनी जर्नलिस्ट है. ...और पढ़ें

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