India upgrading Russian Weapons: भारत अपनी सेना को मजबूत करने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रहा है. न सिर्फ दूसरे देशों से हथियार खरीद रहा है, बल्कि अपने यहां के हथियारों को भी तेजी से अपग्रेड कर रहा है. अब भारत ने रूसी हथियारों की धार तेज करने यानी इन्हें अपग्रेड करने का फैसला किया है, ताकि इनकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ाई जा सके.
रूस के कौन-कौनसे हथियार अपग्रेड करेगा भारत?
T-90 भीष्म टैंक: भारतीय सेना टी-90 टैंकों को 1350 एचपी इंजन से अपग्रेड करेगी. टी-90 टैंकों के उन्नयन सहित रक्षा मंत्रालय ने 54,000 करोड़ रुपये के आठ प्रस्ताव पारित किए हैं. इसमें जरूरी बदलाव करने के बाद ये सिक्किम और लद्दाख जे ऊंचाई वाले क्षेत्रों बेहतर प्रदर्शन कर सकेगा. 2020 में भारत और चीन की सेना के बीच LAC पर हुए विवाद के समय पूर्वी लद्दाख में टी-90 टैंक ही तैनात किए गए थे.
टी-72 टैंक: इंडियन आर्मी के पास 2400 टी-72 हैं. एक्सपर्ट्स का मत था कि इनको अब रिटायर कर देना चाहिए, लेकिन अब इन्हें अपग्रेड करने का फैसला किया गया है. इनके 780 HP के इंजन को 1000 HP का बनाया जा रहा है. इसके लिए एक रूसी कंपनी से 248 मिलियन डॉलर का सौदा भी कर लिया गया है.
सुखोई-30 फाइटर जेट: इंडियन एयरफोर्स में 260 सुखोई-30 फाइटर जेट हैं, जिनमें से 220 तो HAL ने ही बनाए हैं. बीते साल ही भारत ने 12 सुखोई-30 के लिए 13,500 करोड़ रुपये का सौदा किया. इन्हें अपग्रेड करने के बाद ये अगले 20 साल तक भारतीय सेना में के लिए मजबूती से काम करते रहेंगे. वायुसेना इन्हें 2055 तक अपने सैन्य बेड़े में रखना चाहती है.
रूस से खूब हथियार खरीदता है भारत
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक देश है. रूस भारत के लिए एक बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता है. 2019 से 2023 के बीच भारत ने अपने कुल हथियार आयात का 36% हिस्सा केवल रूस से खरीदा था.
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