भारत का परमाणु बम पाकिस्तान से कमजोर या ताकतवर? जानें किसका न्यूक्लियर पावर दमदार

Who is better in nuclear power, India or Pakistan?: 1968 में परमाणु अप्रसार संधि की स्थापना के बाद 1974 में पहली बार शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत ने परमाणु हथियारों की दौड़ में प्रवेश किया. भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए क्योंकि भारत ने दावा किया कि यह उनके प्रति भेदभावपूर्ण है.  

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Apr 24, 2025, 12:01 PM IST
भारत का परमाणु बम पाकिस्तान से कमजोर या ताकतवर? जानें किसका न्यूक्लियर पावर दमदार

Pahalgam Attack, India vs Pakistan:  दक्षिण एशिया में परमाणु क्षमताओं के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा दुनिया के सबसे खतरनाक स्थानों में से एक है. 1968 में परमाणु अप्रसार संधि की स्थापना के बाद 1974 में पहली बार शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत ने परमाणु हथियारों की दौड़ में प्रवेश किया.

भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए क्योंकि भारत ने दावा किया कि यह उनके प्रति भेदभावपूर्ण है. दूसरी ओर पाकिस्तान ने मई 1998 में बहुत बाद में परमाणु हथियार का परीक्षण किया. यह भारत द्वारा दूसरी बार परीक्षण करने के कुछ ही दिनों बाद था. ऐसे में तब वह भी एक परमाणु सशस्त्र देश  बन गया.

भारत ने अपना दूसरा परमाणु हथियार परीक्षण नो फर्स्ट यूज (NFU) नीति अपनाने के बाद किया. इसमें भारत ने घोषित की थी कि भारत सामूहिक विनाश के हथियार का उपयोग तभी करेगा जब देश पर किसी अन्य परमाणु सशस्त्र देश द्वारा पहले परमाणु हथियार से हमला किया जाएगा.

भारत-पाकिस्तान सीमा संघर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 में ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी मिलने और पाकिस्तान के एक नए राष्ट्र के रूप में बनने के बाद से कई बार युद्ध हो चुके हैं. सांप्रदायिक हिंसा में हजारों लोग मारे गए, जिसके परिणामस्वरूप दशकों से दोनों पक्षों के बीच शत्रुतापूर्ण माहौल रहा.

भारत और पाकिस्तान के बीच जब 1999 में कारगिल युद्ध हुआ तो तब पहली बार माना जा रहा था कि संघर्ष परमाणु युद्ध की ओर जा सकता है. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ.

भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु हथियार के इस्तेमाल की संभावना फरवरी 2019 में भी सबसे करीब थी, जब आतंकवादी समूह 'जैश-ए-मोहम्मद' ने भारत में कश्मीर घाटी के पुलवामा क्षेत्र में आत्मघाती हमला किया, जिसमें लगभग 40 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए. आतंकवादी हमले के बारह दिन बाद भारत ने नियंत्रण रेखा के पास हवाई हमले करके जवाबी कार्रवाई की.

हालांकि, फरवरी 2021 में दोनों परमाणु राष्ट्रों ने सीमाओं पर संघर्ष विराम की घोषणा की. इससे उनके बीच तनाव कम हो गया. लेकिन पाकिस्तान के आतंकवाद ने कभी तनाव कम नहीं होने दिया. जैसे बीते मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 27 लोगों को मार डाला, जहां दोबारा से भारत में लोग पाकिस्तान पर हमले की आवाज उठा रहे हैं. तो आइए ऐसे में जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु युद्ध को लेकर कितनी पावर है?

हाल ही में फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) के अनुसार, नौ परमाणु सशस्त्र देश ऐसे हैं, जिनके पास 2025 के प्रारम्भ तक कुल मिलाकर लगभग 12,331 परमाणु हथियार हैं.

अब बात भारत पाकिस्तान की करें तो स्टडी में बताया गया कि भारत अब पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार रखता है. भारत के पास 180 परमाणु हथियार है. बात पाकिस्तान की करें तो उसपर 170 एटमी हथियार हैं.

भारत के पास ऐसा क्या, जिसका पाक पर नहीं कोई तोड़?
यहां एक बात और बता दें कि भारत के पास ऐसी मिसाइलें हैं, जिनका तोड़ पाकिस्तान के पास नहीं है. दरअसल, भारत पर कई ऐसी मिसाइल प्रणालियां हैं, जो उच्च गति पर परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं.

भारत ने कई परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित की हैं, जिनमें अग्नि सीरीज (अग्नि-I, अग्नि-II, अग्नि-III, अग्नि-IV, अग्नि-V, अग्नि-P) और K-4 पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल शामिल हैं. अग्नि-V भारत की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल है, जो 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) हमला करने में सक्षम है.भारत पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी है.

दरअसल, भारत की ये मिसाइलें इतनी तेज गति से परमाणु बमों को गिराती हैं, जिसका तोड़ पाकिस्तान पर नहीं है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि अगर भारत, पाकिस्तान पर मिसाइल गिराता है तो उसे मार गिराने में वह पीछे रह जाएगा, क्योंकि वे मिसाइलें इतनी तेजी से हमला करती हैं, जिन्हें ट्रैक करने की क्षमता फिलहाल पाकिस्तान के पास नहीं है.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़