Indian Air Force Day 2025: भारतीय वायुसेना दिवस पर देश को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने वायुसेना की वर्तमान शक्ति और भविष्य की दिशा पर खुलकर बात की. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को सबसे बड़ा उदाहरण बताते हुए कहा कि यह दिखाता है कि हमारी वायु सेना क्या कुछ हासिल कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर में हमारे प्रदर्शन ने हमें गर्व से भर दिया. यह दुनिया में साबित करता है कि हवाई शक्ति का सही इस्तेमाल सैन्य परिणामों को कुछ ही दिनों में प्रभावी ढंग से बदलने के लिए कैसे किया जा सकता है.’ साथ ही 1971 की जंग का भी जिक्र करते हुए, भारतीय वायुसेना की नई ताकत के बारे में खुलकर बात की. आइए जानते हैं, वायुसेना प्रमुख ने अपने संबोधन के दौरान किन-किन बातों पर विशेष जोर दिया.
‘1948 से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक’
IAF चीफ ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि वायुसेना का प्रदर्शन 1948, 1971, और 1999 के युद्धों से लेकर बालाकोट में आतंकवादियों के विनाश और अब ऑपरेशन सिंदूर तक, हर युग में वायु योद्धाओं ने इतिहास रचा है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, हम न केवल आसमान के रक्षक हैं, बल्कि राष्ट्र के सम्मान के संरक्षक भी हैं.’
बताए IAF की सफलता के तीन सूत्र
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह के संबोधन के दौरान इंडियन एयरफोर्स की सफलता के तीन सूत्र बताएं. योजना, ट्रेनिंग और हौसला. साथ ही, वायुसेना की वर्तमान स्थिति को लेकर भी चर्चा की. IAF चीफ ने स्वदेशी हथियारों की परफॉरमेंस और ताकत को भारतीय रक्षा के लिए एक बड़ी सफलता बताया.
उन्होंने आगे कहा, ‘स्वदेशी रूप से विकसित और एकीकृत हथियारों का शानदार प्रदर्शन, घरेलू क्षमताओं में हमारे विश्वास को सही साबित करता है. जिसने दुश्मन के क्षेत्र में गहरे सटीक और विनाशकारी हमले किए.’ साथ ही, ‘ऑपरेशन सिंदूर इस बात का एक चमकता उदाहरण है कि बारीक योजना, अनुशासित ट्रेनिंग और मजबूत इरादों की मदद से क्या हासिल किया जा सकता है.’
सुरक्षा संस्कृति में सुधार और जवाबदेही
IAF चीफ ने संगठन के भीतर बढ़ते अनुशासन और सुरक्षा पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘मैं देख सकता हूं कि वायु योद्धाओं के बीच जवाबदेही, सुरक्षा और संरक्षा की संस्कृति बढ़ी है और यह हमारी कम हुई घटनाओं और दुर्घटनाओं में सीधे तौर पर दिख रहा है.’
उन्होंने नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि हर स्तर पर, ‘लीडर सामने से नेतृत्व कर रहे हैं, साथ ही शानदार प्रदर्शन बी कर रहे हैं. वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर व्यक्ति को जरूरी ट्रेनिंग मिले और वह प्रेरित रहे.’
‘इरान-इजरायल से भारतीयों को एयरलिफ्ट’
IAF प्रमुख ने विदेशी संकटों के दौरान वायुसेना की भूमिका को भी सराहा. उन्होंने ऑपरेशन सिंधु का भी जिक्र किया, जो ईरान और इजरायल में संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए चलाया गया था.
उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंधु के दौरान, IAF संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए तुरंत हरकत में आया और इसके अलावा IAF ने अन्य देशों में अंतर्राष्ट्रीय संकटों का जवाब दिया, राहत सामग्री और कर्मियों को एयरलिफ्ट भी किया.’
आपको बता दें, समारोह में राफेल, सुखोई Su-30MKI, और MiG-29 जैसे लड़ाकू जेट्स के साथ C-17 ग्लोबमास्टर III और स्वदेशी आकाश मिसाइल सिस्टम ने भी अपनी ताकत दिखाई.
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