जानिए किस लिए मिला भारतीय मूल के इस शख्स को नोबेल पुरस्कार?

भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया.  और किन-किन भारतीयों को मिल चुका है ये प्रतिष्ठित पुरस्कार? जानिए यहां-

Last Updated : Oct 14, 2019, 07:51 PM IST
    • भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार
    • "वैश्विक गरीबी" को कम करने के लिए दिया गया पुरस्कार
जानिए किस लिए मिला भारतीय मूल के इस शख्स को नोबेल पुरस्कार?

नई दिल्ली:  भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से  नवाजा किया गया है. अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार "वैश्विक गरीबी" को कम करने के लिए उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए दिया गया है. अभिजीत बनर्जी मूल रूप से भारत के पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. उनका जन्म 21 फरवरी 1961 को कोलकाता शहर में हुआ. उनके पिताजी और माता जी दोनों ही अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे. अभिजीत बनर्जी ने अपनी पढ़ाई कोलकाता के साउथ प्वाइंट स्कूल से की. और प्रेसिडेंसी कॉलेज से उन्होंने इकोनॉमिक्स की डिग्री ली. अभिजीत बनर्जी ने 1981 में कोलकाता यूनिवर्सिटी  से अर्थशास्त्र किया की पढ़ाई की. और 1983 में दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU)से एमए(MA)किया. इसके बाद 1988 में  हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से  पीएचडी(P.hd) किया. अभिजीत वर्तमान में एमआईटी  मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं.

यह जानकारी नोबेल फाउंडेशन ने ट्वीट कर के दी-

हर नोबेल पुरस्कार की समीक्षा एक अलग समिति द्वारा प्रदान किया जाता है. इस बार तीन अर्थशास्त्रियों को संयुक्त रूप से पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जिसमें  दो नाम ओर हैं. एक तो अभिजीत बनर्जी की पत्नी एस्थर डुफलो हैं. एस्थर डुफलो मूल रूप से फ्रांस की निवासी हैं. और तीसरा नाम माइकल क्रेमर का है जो कि अमेरिकी मूल के अर्थशास्त्री हैं और अमेरिकन अकेडमी ऑफ आर्ट एंड साइंस से जुड़े हैं. 

आपको बता दें कि नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) हर साल अद्वितीय कार्य करने वाले लोगों और संस्थाओं को दिया जाता है. यह पुरस्कार 6 क्षेत्रों से जुड़े लोगों को दी जाती है. वो क्षेत्र हैं- शांति, साहित्य, भौतिकी, केमिस्ट्री, मेडिसिन और अर्थशास्त्र. इससे पहले शांति का नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जा चुकी है. इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को शांति का नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया. यह पुरस्कार उनके देश के चिर शत्रु इरिट्रिया के साथ सीमा संघर्ष को समाप्त करने  के लिए दिया गया.

पहला नोबेल पुरस्कार 1901 में दिया गया था. जिसमें भौतिकी के क्षेत्र में विलहम कॉनरैड रॉटजन, केमिस्ट्री के क्षेत्र में जैकोब्स हेनरीकस वांट हॉफ, मेडिसिन के क्षेत्र में इमिल वॉन बेहरिंग, साहित्य के क्षेत्र में सुली प्रुधोम और शांति के क्षेत्र में हेनरी डूनांट को दिया गया था.

कैसे हुई  पुरस्कार की शुरुआत?
नोबेल फाउंडेशन की स्थापना 1900 में की गई. अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर नोबेल पुरस्कार दिया जाता है. अल्फ्रेड नोबेल का जन्म 21 अक्टूबर 1833 को  स्वीडन में  हुआ था. अल्फ्रेड रसायनशास्त्री थे. उन्होंने डाइनामाइट का आविष्कार किया था. 10 दिसंबर 1896 को इटली में अल्फ्रेड नोबेल का देहांत हो गया. उन्होंने  मानव हित से प्रेरित होकर अपने धन का उपयोग नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की थी. अल्फ्रेड ने अपनी वसीयत में लिखा था कि उनका सारा पैसा नोबेल फाउंडेशन के नाम कर दिया जाए.

पहले भी इन भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों को मिल चुका है नोबेल पुरस्कार-

भारतीय नागरिकता के साथ

  • रवीन्द्रनाथ टैगौर 
  • चन्द्रशेखर वेंकटरमन 
  • मदर टेरेसा 
  • अमर्त्य सेन 
  • कैलाश सत्यार्थी 

भारतीय मूल के

  • हरगोविन्द खुराना
  • सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर
  • वेंकटरमन रामकृष्णन
  • वीएस नायपॉल

 

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