आसमान में गरजा भारत का अपग्रेडेड 'तेजस Mk1A' फाइटर जेट, 'फायर एंड फॉरगेट' मोड वाली इन 2 घातक मिसाइलों से दिखा लैस

Indian Fighter Jet: भारतीय वायुसेना के तेजस Mk1A फाइटर जेट को हाल ही अपग्रेडेड वर्जन में देखा गया है. जिसमें दुनिया के 2 सबसे घातक मिसाइलों से लैस है. इससे भारत को एरियल वॉरफेयर की ताकत में इजाफा होगा.

Written by - Prashant Singh | Last Updated : May 15, 2025, 11:42 PM IST
  • तेजस Mk1A लड़ाकू विमान का दिखा अपग्रेडेड वर्जन
  • ‘अस्त्र Mk-1’ और ‘ASRAAM’ मिसाइल से दिखा लैस
आसमान में गरजा भारत का अपग्रेडेड 'तेजस Mk1A' फाइटर जेट,  'फायर एंड फॉरगेट' मोड वाली इन 2 घातक मिसाइलों से दिखा लैस

Tejas Mk1A upgraded version: ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया की नजर भारत की हवाई ताकत पर है. जिस तरह से भारतीय वायुसेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया, दुश्मन को हवा तक नहीं लगी. इसमें सबसे अहम भूमिका ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों ने निभाई. ऐसे में भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk1A को हवा से हवा में मार करने वाले विनाशकारी मिसाइलों के साथ देखा गया. इस विमान में दो ‘अस्त्र Mk-1’ और दो ब्रिटिश ‘ASRAAM’ मिसाइलें लगी थीं, जो इसे दुश्मन के किसी भी लड़ाकू विमान को तबाह करने के लिए बेहद खतरनाक बनाती हैं. ऐसे में आइए आसान शब्दों में समझते हैं इसके मायने क्या हैं.

तेजस Mk1A की बढ़ती ताकत
तेजस Mk1A भारत का अपना स्वदेशी लड़ाकू विमान है. जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित किया गया है. यह तेजस Mk1 का एडवांस वर्जन है, जिसमें AESA रडार, आधुनिक एवियोनिक्स, और बेहतर रख-रखाव की क्षमता है. यह विमान मिग-21 जैसे पुराने विमानों की जगह लेने के लिए डिजाइन किया गया है और इसे मल्टी-रोल फाइटर के रूप में विकसित किया गया है.

क्या है अस्त्र Mk-1 मिसाइल की ताकत?
अस्त्र Mk-1 भारत की पहली स्वदेशी विकसित की गई ‘बियॉन्ड विज़ुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल’ (BVRAAM) है. जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है. यह मिसाइल 100 किमी से अधिक दूरी तक दुश्मन के विमानों को सटीकता से निशाना बना सकती है, भले ही वे रडार से दिख न रहे हों या इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग का सहारा ले रहे हों.

इतना ही नहीं यह मिसाइल तेज रफ्तार, हाई-G टर्निंग क्षमता और रडार आधारित गाइडेंस से लैस है, जो इसे अत्यधिक कुशल और खतरनाक बनाती है. इसकी मारक क्षमता और सटीकता इसे भारतीय वायुसेना की एयर टू एयर युद्ध प्रणाली में एक बड़ी उपलब्धि बनाती है.

ASRAAM क्लोज कॉम्बैट में विनाशकारी
ASRAAM (Advanced Short Range Air-to-Air Missile) एक ब्रिटिश शॉर्ट रेंज मिसाइल है, जिसे खासतौर पर डॉगफाइट यानी नजदीकी हवाई युद्ध के लिए डिजाइन किया गया है. इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसका इंफ्रारेड होमिंग सीकर, जो दुश्मन के जेट के इंजन की गर्मी पकड़ कर उसे लॉक कर लेता है.

वहीं, ASRAAM की स्पीड मैक 3 तक जाती है और यह बेहद उच्च गतिशीलता के साथ लक्ष्य को चकमा देते हुए भी सटीक मार कर सकती है. इसकी ‘फायर एंड फॉरगेट’ टेक्नोलॉजी और तेज मूवमेंट इसे कम दूरी के हवाई युद्धों में बढ़त दिलाती है. जो तेजस Mk1A जैसे हल्के फाइटर जेट को और भी घातक बना देती है.

स्वदेशी-विदेशी हथियारों का जखीरा
तेजस Mk1A की यह कॉन्फिगरेशन दिखाती है कि यह विमान स्वदेशी और विदेशी दोनों प्रकार की हथियार प्रणालियों से लैस होने में सक्षम है. यह भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल क्षमता के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है.

IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना ने तेजस Mk1A के 83 यूनिट्स का ऑर्डर HAL को दिया है. आने वाले वर्षों में इनकी डिलीवरी की संख्या और बढ़ाई जाएगी.

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