ndia MGLD-W Drone: भारत की सैन्य ताकत में लगातार इजाफा हो रहा है. नित नए-नए हथियार बनाए जा रहे हैं, ताकि दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए. अब नागपुर की जेएसआर डायनामिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने एक नया मिसाइल ड्रोन बनाया है, जो भारत के रक्षा क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है. इसका नाम मिनिएचर ग्राउंड लॉन्च्ड ड्रोन-वेपनाइज्ड (MGLD-W) रखा गया है. ये ड्रोन चीन और पाकिस्तान की चिंता को बढ़ा सकता है, क्योंकि इसे बॉर्डर पर तैनात किया जाता है तो ये अपनी क्षमताओं से दुश्मन सेना के पसीने छुड़ा देगा.
क्या है MGLD-W?
MGLD-W का वजन करीब 400 किलो है. 150 किलो वजन तो इसके टर्बोजेट इंजन में ही है. इसकी रेंज 297 किलोमीटर है और स्पीड 0.85 मैक यानी लगभग 1,050 किमी/घंटा है. इस ड्रोन में सटीक हमले करने की क्षमता है. इसे आधुनिक दौर के युद्ध को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि यह आर्टिलरी की तरह हमला करने के लिए इसे टारगेट के करीब होने की जरूरत नहीं है, बल्कि दूर से भी लक्ष्य को भेदने की क्षमता है.
इसमें ये खास बात
ड्रोन में मल्टी-कॉन्स्टेलेशन ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम भी लगा है, ये इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम है. MGLD-W में MK-81 वॉरहेड शामिल है, जो 113 किलो का एक नॉर्मल बम ह. यह ड्रोन को दुश्मन के व्हीकल, बंकरों और ढांचों को नष्ट करने की क्षमता रखता है. ये ड्रोन लॉन्च करने में काफी आसान है. इसे पैदल सेना द्वारा लॉन्च किया जा सकता है.
चीन-पाक के लिए टेंशन
भारत इस ड्रोन का इस्तेमाल चीन और पाकिस्तान से सटे भारतीय बॉर्डर पर कर सकता है. यहां पर स्टैंड ऑफ हथियारों की आवश्यकता बढ़ रही है. 297 किलोमीटर की रेंज के साथ, MGLD-W दुश्मन के कमांड पोस्ट, रडार प्लेसेज, आपूर्ति डिपो जैसे लक्ष्यों को निशाना बना सकता है.
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