चीन के षड्यंत्र को ध्वस्त करने के लिए हिंद महासागर में भारतीय नौसेना की निगरानी बढ़ी

चमगादड़ चीन के हर नापाक मंसूबों को मिट्टी में मिलाने के मकसद से भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में निगरानी बढ़ा दी है. आपको इस खास रिपोर्ट में पिछले कुछ दिनों में चीन के खिलाफ हिन्दुस्तान की तैयारियों के बारे में बताते हैं..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 30, 2020, 10:19 AM IST
    1. हिंद महासागर में भारतीय नौसेना निगरानी बढ़ी
    2. निगरानी बढ़ाने के अलावा युद्धपोत तैनात हैं
    3. अमेरिका-जापान के साथ मिलकर चीन पर 'वार'!
चीन के षड्यंत्र को ध्वस्त करने के लिए हिंद महासागर में भारतीय नौसेना की निगरानी बढ़ी

नई दिल्ली: समंदर में चीन किसी भी तरह की साजिश ना कर सके, इसके लिए भारत ने अपनी रणनीति को और तेज कर दिया है. समुद्र में चीन की गुस्ताखी पर लगाम लगाने के लिए भारत ने बहुत बड़ा फैसला लिया है.

हिंद महासागर में नौसेना की निगरानी बढ़ी

हिंद महासागर में चीन की किसी भी षडयंत्र को ध्वस्त करने के लिए भारतीय नौसेना ने निगरानी बढ़ा दी है. भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में युद्धपोत की संख्या भी बढ़ा दी है.

हिंद महासागर में चीन की किसी भी गुस्ताखी को रोकने के लिए भारतीय नौसेना ने अमेरिका की नौसेना और जापान की नौसेना के साथ सहयोग बढ़ा दिया है. इसी कड़ी में शनिवार को भारतीय नौसेना ने जापान की सेना के साथ हिंद महासागर में युद्ध अभ्यास भी किया.

अमेरिका-जापान के साथ युद्ध अभ्यास

चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में निगरानी बढ़ा दी है. अमेरिका और जापान की नौसेना के साथ भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में बड़ा युद्ध अभ्यास किया. जिसमें भारतीय नौसेना के INS राणा और  INS कुलिश शामिल हुए.

ये युद्धाभ्यास इसलिए भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि भारत से सीमा विवाद के साथ चीन की नौसेना दक्षिण चीन सागर के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी आक्रामक रुख अपनाने की कोशिश में है.

अब आपको पिछले कुछ दिनों में चीन के खिलाफ भारत की तैयारियों के बारे में बताते हैं.

हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के युद्धपोत तैनात हैं और निगरानी भी बढ़ा दी गई है

जापान और भारत की नौसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास हुआ है

अब फ्रांस से 4 के बदले 6 रफाल फाइटर जेट आएंगे

इज़रायल से एयर डिफेंस सिस्टम बराक-8 मिलेगा. ताकि हमारी हवाई सीमाएं सुरक्षित रहें

रूस से फाइटर जेट्स और टी 90 टैंक के कल-पुर्जे मिलेंगे

रूस से एयर डिफेंस सिस्टम S-400 जल्द मिलेगा

अमेरिका से M-777 तोप के विशेष गोले मिलेंगे और ये गोले दुश्मन पर अचूक निशाना लगाएंगे

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लद्दाख में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पहले से ज्यादा बढ़ गया है. भारत ने भी चीन को हर मोर्चे पर मात देने की पूरी तैयारी कर ली है. चीन पर नजर रखने के लिए नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी और तैनाती दोनों ही बढ़ा दी है. तो वहीं LAC पर 'आकाश मिसाइल सिस्टम' तैनात कर दिया है. आसमान में वायुसेना ने शिनूक, अपाचे से नजर बनाई हुई है.

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