अमेरिका की विज्ञान प्रतियोगिता में भारतीय छात्रों ने मारी बाजी, 14 वर्षीय अकीलन ने रचा इतिहास
अमेरिका में मीडिल स्कूल के छात्रों की विज्ञान एवं इंजीनियरिंग की एक अहम प्रतियोगिता में भारतीय मूल के छात्रों ने कमाल कर दिखाया है. 14 वर्षीय छात्र अकीलन शंकरन ने शीर्ष पुरस्कार जीता.
नई दिल्ली: भारतीय मूल के 4 बच्चों सहित कुल 5 बच्चों ने अमेरिका में मीडिल स्कूल के छात्रों के लिए आयोजित की गई विज्ञान एवं इंजीनियरिंग की एक अहम प्रतियोगिता जीती है. इनमें भारतीय मूल के 14 वर्षीय छात्र अकीलन शंकरन ने शीर्ष पुरस्कार जीतकर पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
शंकरन ने बनाया खास कंप्यूटर
न्यू मैक्सिको के अल्बुकर्क के 14 वर्षीय अकीलन शंकरन ने सैमुअली फाउंडेशन पुरस्कार जीता, जो ब्रॉडकॉम मास्टर्स में शीर्ष पुरस्कार है. उन्होंने एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया है, जिससे ऐप या सॉफ्टवेयर की रफ्तार को बढ़ाया जा सकता है. इस जीत के लिए शंकरन को पुरस्कार के तौर पर 25 हजार डॉलर यानी भारतीय करेंसी के मुताबिक करीब 18.72 लाख रुपये दिए जाएंगे.
अन्य बच्चों को मिला ये इनाम
शंकरन के बाद अन्य 4 में से भी 3 बच्चे भी भारतीय मूल के ही हैं. उन्हें इनाम के तौर पर 10 हजार डॉलर दिए जाएंगे. बता दें कि यह माध्यमिक स्कूल के छात्रों के लिए अमेरिका की प्रमुख विज्ञान और इंजीनियरिंग प्रतियोगिता है.
इन बच्चों ने भी जीती प्रतियोगिता
शंकरन के अलावा कैमिला शर्मा, प्रिशा श्रॉफ, रेका सी चोपड़ा ने भी यह प्रतियोगिता जीती. विजेताओं का चयन वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शिक्षकों के एक पैनल ने किया.
शंकरन ने रचा इतिहास
अब शंकरन की जीत को लेकर संगठन ने अपने एक बयान में कहा, "शंकरन प्रतियोगिता के 11 साल के इतिहास में गणित प्रोजेक्ट के साथ सैमुअली फाउंडेशन पुरस्कार पाने वाले पहले छात्र हैं."
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