पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत कभी भी उस पर हमला कर सकता है. ऐसे में, पाकिस्तान सोशल मीडिया पर बार-बार अपनी मिसाइल ताकत और हथियारों का जखीरा दिखा रहा है. ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि भारत के पास पाकिस्तानी हथियारों का क्या तोड़ है. बता दें, पाकिस्तान ने शाहीन-3 जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें विकसित की हैं, जो 2,700 किमी तक मार कर सकती हैं. वहीं पाकिस्तान की अबाबील मिसाइल में MIRV टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जो एक साथ कई टारगेट पर हमला कर सकती है. हालांकि, भारत के पास ऐसे कई अत्याधुनिक हथियार तैयार किए हैं. जहां पाकिस्तान दूर-दूर तक नहीं टिकाई देता है. रिपोर्ट बताते हैं कि थल, वायु और नौसेना के क्षेत्र में भारत पाकिस्तान से कहीं अधिक ताकतवर है और अपनी सुरक्षा के लिए हर मोर्चे पर तैयार है.
पाकिस्तानी शाहीन-3 मिसाइल सबसे खतरनाक
पाकिस्तान की शाहीन-3 बैलिस्टिक मिसाइल उसकी सबसे घातक ताकत मानी जाती है. करीब 2,700 किलोमीटर तक मार करने वाली इस मिसाइल से पाकिस्तान भारत के लगभग हर बड़े शहर को निशाना बना सकता है, चाहे वह दिल्ली हो या अंडमान-निकोबार द्वीप समूह. इसकी परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता इसे और भी खतरनाक बनाती है. लेकिन यह कोई चिंता की बात नहीं है. पाकिस्तान बॉर्डर तक पहुंच जाए वही बड़ी बात है. इसकी वजह आगे बताते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने शाहीन-3 की सटीकता और सर्वाइवल क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार परीक्षण किए हैं. इसका मकसद भारत के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देना है ताकि मिसाइल को इंटरसेप्ट करना मुश्किल हो जाए.
अबाबील और MIRV टेक्नोलॉजी भी है चुनौती
अबाबील मिसाइल पाकिस्तान का एक और बड़ा हथियार है, जो MIRV (Multiple Independently Targetable Re-entry Vehicles) टेक्नोलॉजी से लैस है. इसका मतलब है कि एक मिसाइल लॉन्च कर कई अलग-अलग टारगेट पर एक साथ हमला किया जा सकता है, जिससे डिफेंस सिस्टम को चकमा देना आसान हो जाता है.
सोशल मीडिया पर अबाबील को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि यह बड़े पैमाने पर युद्ध रोक सकती है. हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसी क्षमताएं भारत के लिए चुनौती जरूर हैं, लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम इन खतरों से निपटने के लिए लगातार अपग्रेड हो रहा है.
भारत की ताकत S-400 डिफेंस सिस्टम
भारत ने पाकिस्तान के बढ़ते मिसाइल खतरे का जवाब S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए तैयार किया है. रूस से खरीदे गए इस सिस्टम की मारक क्षमता 400 किमी तक है और यह दुश्मन के मिसाइल, ड्रोन और एयरक्राफ्ट को हवा में ही मारकर गिरा सकता है.
हाल ही में इसी डिफेंस सिस्टम से रूस ने यूक्रेन के F-16 फाइटर जेट को मार गिराया था. पाकिस्तान के पास भी F-16 फाइटर जेट हैं. जिसे भारत का डिफेंस सिस्टम एक झटके में तबाह कर सकता है.
इसके अलावा, भारत ने स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) सिस्टम का पहला फेज सफलतापूर्वक शुरू कर दिया है, जो 2,000 किमी तक की दूरी से आने वाली मिसाइलों को रोक सकता है. इसका दूसरा फेज लंबी दूरी की मिसाइलों को भी इंटरसेप्ट करने में सक्षम होगा.
AD-1 और AD-2 बनेगा सुरक्षा कवच
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) AD-1 और AD-2 इंटरसेप्टर मिसाइलों पर तेजी से काम कर रहा है. ये इंटरसेप्टर दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों को मिड-फ्लाइट में ही ध्वस्त कर देंगे, जिससे भारत का डिफेंस कवच और मजबूत होगा.
AD-1 लंबी दूरी के थियेटर स्तर की मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है, जबकि AD-2 अंतरिक्ष में जाकर इंटरसेप्ट कर सकेगा. इन तकनीकों से भारत को पाकिस्तान के किसी भी मिसाइल हमले का तगड़ा जवाब देने में मदद मिलेगी.
भारत की अग्नि मिसाइल मजबूत कड़ी
भारत की अग्नि मिसाइल सीरिज देश की रणनीतिक रक्षा नीति का सबसे अहम हिस्सा है. अग्नि-1 से लेकर अग्नि-5 तक, इन मिसाइलों की रेंज 700 किलोमीटर से लेकर 5,000 किलोमीटर से अधिक है. अग्नि-1 और अग्नि-2 जैसी मिसाइलें भारत के पड़ोसी देशों को टारगेट करने के लिए डिजाइन की गई हैं, जबकि अग्नि-4 और अग्नि-5 लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हैं. अग्नि-5 के जरिए भारत पूरे एशिया और यूरोप के बड़े हिस्से तक स्ट्राइक कर सकता है. ये सभी मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं, जिससे भारत की डिटरेंस क्षमता मजबूत होती है.
DRDO लगातार इन मिसाइलों के एडवांस वर्जन पर काम कर रहा है, जिसमें तेजी से लॉन्च करने की क्षमता, ज्यादा सटीकता और दुश्मन के डिफेंस को चकमा देने की तकनीक शामिल है. भविष्य में अग्नि-6 जैसी मिसाइल के आने की संभावना है, जिसकी रेंज 8,000 किलोमीटर से अधिक हो सकती है.
ऐसे में भारत के पास न केवल मजबूत डिफेंस सिस्टम है, बल्कि अग्नि मिसाइल जैसी सीरिज भी है. जो न केवल पाकिस्तान, बल्कि उसके पार जाकर भी दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखता है.
तीनों क्षेत्र में भारत ताकतवर
सेना के मोर्चे पर भारत की स्थिति कहीं ज्यादा मजबूत है. भारत के पास 4,201 टैंक हैं, जिनमें अत्याधुनिक T-90 भी शामिल हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 2,627 टैंक ही हैं. वहीं, भारत के पास 149,000 से ज्यादा आर्मर्ड व्हीकल्स हैं, जो पाकिस्तान से तीन गुना अधिक हैं.
वायुसेना में भी भारत को बढ़त है. भारत के पास 2,229 एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें 513 फाइटर जेट्स शामिल हैं. नौसेना में भारत एक ब्लू-वॉटर नेवी बन चुका है, भारत के पास दो एयरक्राफ्ट कैरियर और 18 सबमरीन हैं, जबकि पाकिस्तान के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं हैं. इससे भारत को समुद्री इलाकों में भी रणनीतिक बढ़त हासिल है.
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