हिन्दुस्तान की जांबाज दिवाली! पाकिस्तान को भस्म करनेवाला ब्रह्मास्त्र तैयार

दीपावली के उजाले में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के अग्निबाण का वो प्रकाश भी है. जिसने अत्याचार का अंधेरा मिटा डाला था. त्रेता में रावण आतंक का दूसरा नाम था. तो कलियुग में हिन्दुस्तान के सामने आतंकिस्तान यानी पाकिस्तान खड़ा है. जो अब पूरी इंसानियत के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है.

Last Updated : Oct 27, 2019, 04:40 PM IST
    • ब्रह्मोस का नाम सुनते ही पाकिस्तान के पसीने छूटने लगते हैं
    • अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो वो तबाही की ज्वाला में मिनटों में भस्म हो सकता है
हिन्दुस्तान की जांबाज दिवाली! पाकिस्तान को भस्म करनेवाला ब्रह्मास्त्र तैयार

नई दिल्ली: आतंक की राह पर चलकर अपनी बर्बादी तय कर चुके पाकिस्तान का समय-समय पर इलाज जरूरी है. इसलिए हिंदुस्तान को कभी सर्जिकल स्ट्राइक करनी पड़ती है. तो कभी एअरस्ट्राइक करनी पड़ती है. दिवाली में हिंदुस्तान की ताकत ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को देखनी चाहिए.

नहीं बच सकता है पाकिस्तान

पाकिस्तान का कोई हिस्सा भारतीय मिसाइलों से बच नहीं सकता. ना तो इस्लामाबाद बचेगा, ना कराची बचेगा, ना तो लाहौर बचेगा और ना ही क्वेटा बच पाएगा. अगर उसने भारत की तरफ आंख उठाने की भी हिमाकत करी तो पूरा का पूरा पाकिस्तान भस्म हो जाएगा. आतंक के खात्मे की राह की हर मुश्किल को खत्म करना हिंदुस्तान की परम्परा रही है. 

अग्नि 5 की ताकत

भारत के पास 6 हजार किलोमीटर की दूरी तक मार करनेवाली इंटर कॉन्टिनेंटल मिसाइल अग्नि 5 की ताकत है. जिससे हिंदुस्तान के दुश्मन भस्म हो जाएंगे. अग्नि-5 की जद में पूरा पाकिस्तान ही नहीं चीन तक है. ये मिसाइल एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम को भी बर्बाद करने की क्षमता रखती है.

भारतीय फौज के पास अग्नि सीरीज की कई मिसाइलें हैं.

  • अग्नि-1 की मारक क्षमता 1000 किमी है
  • अग्नि-2 की मारक क्षमता 2000 किमी है
  • अग्नि-3 की मारक क्षमता 3000 किमी है
  • अग्नि-4 की मारक क्षमता 4000 किमी है
  • अग्नि-5 की मारक क्षमता 6000 किमी तक की है

मतलब साफ है कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो वो तबाही की ज्वाला में मिनटों में भस्म हो सकता है.

आतंकिस्तान पर अग्निवर्षा वाली आतिशबाजी!

अग्नि के अलावा हिंदुस्तान के पास पृथ्वी और धनुष जैसी सीमित दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी हैं तो पिनाका की प्रचंड शक्ति भी है.

धनुष

पिनाका

इसके साथ ही भारतीय सेना 150 किलोमीटर तक मार करने वाली पृथ्वी-1 का इस्तेमाल करती है. पृथ्वी 1 मिसाइल अपने साथ 1000 किलो विस्फोटक ले जा सकती है.

पृथ्वी

हिन्दुस्तान के पास इस वक्त दुनिया की सबसे शक्तिशाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. जिसका नाम ब्रह्मोस है, इसे ब्रह्मास्त्र कहें तो कम नहीं होगा.

ब्रह्मोस की खासियत

  • ब्रह्मोस का नाम सुनते ही पाकिस्तान के पसीने छूटने लगते हैं
  • ब्रह्मोस जमीन और समंदर के साथ, हवा से भी अचूक मार कर सकती है
  • ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल 3,400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हमला कर सकती है

ये देश की सबसे मॉर्डन क्रूज मिसाइल है. दुनिया की कोई भी मिसाइल तेज गति से आक्रमण के मामले में ब्रह्मोस की बराबरी नहीं कर सकती. ब्रह्मोस को लेकर पाकिस्तान की बराहट की सबसे बड़ी वजह ये है कि ये अपने साथ परमाणु हथियार ले जा सकती है. ये 400 km दूर तक के टारगेट को मिनटों में हिट कर सकती है.

हिंदुस्तान के जांबाज टैंक

हिन्दुस्तान के जबरदस्त टैंकों का नाम सुनकर पाकिस्तानी फौज कापने लगती है. भारतीय सेना की टैंक रेजीमेंट्स आर्मर्ड कॉर्पस का हिस्सा हैं. और इनके पास T-72, T-90, भीष्म और अर्जुन हैं.

जल हो, थल हो या आसमान, हिन्दुस्तान दुश्मनों को हमेशा तबाही की आतिशबाजी दिखाता है. आसमान से भी ऊंचा हौसला, पहाड़ जैसा पराक्रम और हर हाल में जीत हासिल करने का जज्बा भारतीय वायुसेना की पहचान है. तभी तो भारत बार-बार विजय की दिवाली मनाता रहा है.

राफेल

अब भारतीय वायुसेना में राफेल की तैनाती होने वाली है. ये लड़ाकू विमान इतना शक्तिशाली है इसकी मौजूदगी भर से ही दुश्मन थर्रा उठेगा.

राफेल की खासियत

दुनिया के सबसे शक्तिशाली फाइटर विमानों में एक राफेल पहली बार 2006 में फ्रांस की एयरफोर्स में शामिल हुआ था. अंतराष्ट्रीय स्तर पर NATO की फौजों में भी इसकी तैनाती की गई है. भारत के राफेल विमान Meteor जैसी सुपर शक्तिशाली मिसाइलों से लैस हैं जो दुश्मन पर बहुत सटीकता से वार कर सकती है.

सुखोई

भारतीय वायुसेना के पास इस वक्त सुखोई 30 एमकेआई की वो ताकत है. जिसके नाम से पाकिस्तान पानी मांगने लगता है. ये आसमान में शौर्य की ऐसी आतिशबाजी करते हैं. कि पाकिस्तान की नींद उड़ जाती है.

सुखोई की खासियत

सुखोई -30 फाइटर जेट आवाज से दोगुनी, रफ्तार से दौड़ता है. ये शक्तिशाली मिसाइलों और हथियारों से लैस है. जो एक साथ कई रोल निभा सकता है. दिन हो या रात, हवा हो या जमीन, कहीं भी दुश्मन को चारों खाने चित्त कर सकता है. सुखोई भारतीय वायुसेना का वो ताकतवर योद्धा है. जिसकी काट आज तारीख में भी चीन के पास भी नहीं है. 

आज वायुसेना के पास हल्के, मीडियम औऱ भारी तीनों ही तरह के आला दर्जे के फाइटर जेट मौजूद हैं. मिग 29, मिराज और जगुआर जैसे फाइटर जेट ने कई बार दुश्मनों को दहलाया है. अब भारतीय वायुसेना तेजस के तेज से और शक्तिशाली हो गई है. स्वदेशी तकनीक से बना तेजस दुनिया के सबसे शक्तिशाली लाइट कॉम्बैट एअरक्राफ्ट यानी हल्के लड़ाकू जहाजों में से एक है. जिसका चीन और पाकिस्तान के पास कोई मुकाबला नहीं है.

तेजस

मौजूदा वक्त में भारतीय वायुसेना में तेजस का एक Squadron है. इसका नाम फ्लाइंग डैगर्स है. मतलब उड़ने वाला खंजर. वाकई तेजस खंजर जैसा ही खतरनाक और तेजधार है. इस स्वाड्रन में फिलहाल 9 तेजस विमान हैं.  तेजस के advanced version. MARK 1A पर भी तेजी से काम चल रहा है. तेजस का ये अत्याधुनिक वर्जन शक्तिशाली रडार से लैस होगा.

भारतीय वायुसेना की ताकत

भारतीय वायुसेना के पास इस वक्त कुल 676 फाइटर जेट और इंटरसेप्टर हैं. 666 हेलिकॉप्टर हैं, 16 ऐसे हेलिकॉप्टर हैं, 857 मालवाहक जहाज शामिल हैं. अपनी हवाई ताकत के दम पर भारत पाकिस्तान को पूरी तरह तबाह कर सकता है. इसलिए पाकिस्तान की भलाई उसी में है कि वो अपनी आतंकी हरकतों से तौबा कर ले. वरना हिंदुस्तान को पाकिस्तान विजय की दिवाली मनाने से कोई नहीं रोक पाएगा.

समुंद्र में भी भारत का कोई तोड़ नहीं

हिंदुस्तान के पास ऐसी विध्वसंक शक्ति है, जो पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा सकती है. हिंद महासागर से लेकर अरब सागर तक भारतीय नौसेना दुश्मनों के लिए खौफ का दूसरा नाम है. नौसेना की ताकत का सबसे बड़ा नाम आईएनएस विक्रमादित्य है. ये समंदर का वो बाहुबली है. जिसकी मोर्चे पर मौजूदगी. चीन और पाकिस्तान के लिए खौफ का सबब है.

आईएनएस विक्रमादित्य की खासियत

कीव क्लास का एअरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य अब दुनिया का सबसे खतरनाक मिसाइलों में एक बराक 8 से लैस है. जो 100 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन देश के युद्धपोत को भस्म कर डालने में सक्षम है. बराक 8 मिसाइल का सिस्टम दुश्मन के एयरक्राफ्ट और सुपरसोनिक मिसाइल की सटीक लोकेशन जान लेता है. और फिर उसे ध्वस्त कर डालता है. 60 मीटर यानी करीब 20 मंजिला इमारत जितनी ऊंचे आईएनएस विक्रमादित्य पर 26 मिग 29-के मल्टीरोल फाइटर जेट तैनात हैं. तो वहीं 10 कामोव के-ए-31 हेलिकॉप्टर दुश्मनों से लोहा लेने हमेशा तैयार रहते हैं.

आईएनएस विक्रमादित्य

भारत के पास 11 विध्वंसक युद्धपोत हैं. बडकोलकाता, दिल्ली और राजपूत क्लास के इन बड़े युद्धपोतों से क्रूज, एंटी शिप, और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागी जा सकती हैं.

आईएनएस कोलकाता, आईएनएस चेन्नई, आईएनएस दिल्ली, आईएनएस राजपूत, आईएनएस रणवीर के नाम से ही दुश्मनों के होश फाख्ता हो जाते हैं. इनमें ज्यादातर युद्धपोत बराक 1 से लेकर बराक 8 मिसाइलों से लैस हैं. वहीं इनसे बैलिस्टिक, क्रूज मिसाइल और एंटी शिप मिसाइलें दागी जा सकती हैं.

भारत की ताकत

भारत के पास 13 फ्राइगेट्स यानी मध्यम  युद्धपोत हैं. 22 कोरवेट्स यानी बेहद छोटे युद्धपोत हैं. इसके साथ ही पनडुब्बियों की बड़ी ताकत मौजूद है. भारतीय नौसेना में चक्र, अरिहंत, शिशुमार, कलवरी क्लास की 16 सबमरीन्स हैं.
इनमें 2 परमाणु क्षमता से चलने वाली पनडुब्बी है, तो 1 बैलिस्टिक मिसाइल दागने वाली  पनडुब्बी है. इंडियन नेवी के पास कुल 14 अटैक सबमरीन्स हैं. 

ये सिर्फ ट्रेलर भर है. हिंदुस्तान आतंक दहन करने वाला देश है. अगर पाकिस्तान अब भी नहीं संभला. तो हिन्दुस्तान की ये ताकत उसे पूरी तरह खत्म कर सकती है. भारत तबाही की ऐसी आतिशबाजी करेगा कि दिवालिया पाकिस्तान तबाही के पाताल में पहुंच जाएगा.

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