नई दिल्लीः लगातार खामियों और उड़ान में समस्या आने के बावजूद इंडिगो अपने विमान परिचालन में बदलाव नहीं कर रहा है. यह रवैया विमान यात्रियों के लिए खतरे की घंटी है. डीजीसीए इसके लिए इंडिगो को चेतावनी दे चुका है, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं किया गया है. गुरुवार को भी इंडिगो की एक फ्लाइट में समस्या आई. 2018 के बाद से इंडिगो के विमान में उड़ान के दौरान इंजन में कंपन की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
Public Relations Officer (PRO), Indigo: At 4:26 am today, full emergency was declared for Pune-Jaipur flight (6E-6129). The flight landed safely in Mumbai at 4:36 am and the full emergency was withdrawn at 4:43 am. Thereafter, the flight 6E 6129 was airborne at 7:34 am. pic.twitter.com/Dx4BSwnMWY
— ANI (@ANI) January 16, 2020
यह है पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को इंडिगो एयरलाइंस के पुणे से जयपुर जा रहे विमान में इमरजेंसी घोषित कर दी गई. इसके बाद विमान को मुंबई के लिए डायवर्ट कर दिया गया. विमानन कंपनी के पीआरओ ने बयान जारी कर बताया कि सुबह 4ः26 पर पुणे-जयपुर की फ्लाइट (6E-6129) के लिए पूर्ण आपातकाल घोषित किया गया. इसे 4ः43 पर वापस ले लिया गया. उड़ान के दौरान इंजन में कंपन होने का मैसेज मिला था, जिसके बाद इसे मुंबई उतार दिया गया. सभी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से जयपुर भेजा गया.
यह विमान इंडिगो का 320 नियो विमान था
फ्लाइट के डायवर्ट किए जाने की कोई वजह तो नहीं बताई गई है, लेकिन एक तथ्य अपनी ओर ध्यान खींचता है. वह है, इस विमान की सिरीज, A-320 नियो. दरअसल यह वही विमान सीरिज है, जो कई बार सवालों के घेरे में आ चुकी है. पहले भी उड़ाने के दौरान इसके इंजन में खामी आ चुकी है और फ्लाइट को गन्तव्य से पहले उतारना पड़ा है.
A-320 नियो विमान पर लगी थी रोक
नियो सिरीज के इन विमानों को लेकर इंडिगो को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है. डीजीसीए ( भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने पुराने A-320 नियो विमान की जगह नए नियो विमानों विमानों को शामिल करने को कहा है. इस सिरीज के पुराने विमानों के पीएंडडब्ल्यू इंजनों में अक्सर खराबी आने के कारण रोक लगा दी गई थी.
4 महीने बढ़ी तारीख, लेकिन रवैया डराने वाला
31 जनवरी तक सभी 97 विमानों को हटाने के लिए अल्टीमेटम जारी किया जा चुका है. हालांकि 2 दिन पहले ही डीजीसीए ने इसके लिए तारीख बढ़ाकर 31 मई कर दी है, ताकि इंजनों को बदले जाने की प्रक्रिया के लिए समय मिल सके. लेकिन इसके दो दिन बाद ही फिर से विमान में खामी आने की बात डराने वाली है.