डोवल नीति का कमाल ही है कि गलवान में बलवान बनने वाला ड्रैगन डर गया, जानिए कैसे?

ड्रैगन के नाम से मशहूर पड़ोसियों के जमीन की डकैती करने वाले 'डाकू चीन' तो डोवल ने डरा कर रख दिया. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने ऐसी नीति का इस्तेमाल किया कि चीन चारो खाने चित रहो गया और पीछे जाने पर मजबूर हो गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 7, 2020, 11:06 AM IST
    • भारत के चाणक्य अजित डोवल से डर गया चीन
    • डोवल नीति ने चीन को भागने पर किया मजबूर
    • मोदी की दहाड़ और डोवल की लताड़ से भागा ड्रैगन
डोवल नीति का कमाल ही है कि गलवान में बलवान बनने वाला ड्रैगन डर गया, जानिए कैसे?

नई दिल्ली: अजित डोवल ये सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि आज के दौर के सबसे बड़े चाणक्य का रूप है.  क्योंकि दुश्मनों को परास्त करने के लिए सिर्फ युद्ध नीति (रणनीति) और कूटनीति की आवश्यकता नहीं होती बल्कि एक विशेष नीति की दरकार होती है. अजित डोवल ने अपनी चाणक्यनीति से ही चीन को सबक सिखाया और पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. आपको बताते है कि कैसे?

चीन को डोवल ने ऐसे सिखाया सबक

जिस गलवान में चीन खुद बलवान बनने की कोशिश कर रहा था, उसे वहां से पीछे जाने को मजबूर किया गया. इसके पीछे भारत की सेना का शौर्य, रणनीति, कूटनीति, पीएम मोदी की ललकार और अजित डोवल की चाणक्यनीति शामिल है.

दुश्मन को परास्त करने का युद्ध आखिरी विकल्प होता है. लेकिन युद्ध से पहले दुश्मन को हरा देना एक कुशल रणनीति का परिणाम होता है. अजित डोवल की प्लानिंग के चलते भारत लगातार चीन पर सामरिक, आर्थिक दबाव के साथ साथ कूटनीतिक दबाव भी बना रहा है. पूरी दुनिया को गलवान मामले पर भारत का समर्थन मिल रहा है. भारत लगातार LAC पर पराक्रम से चीन को जवाब दे रहा था. तो ये डोवल की रणनीति का ही हिस्सा था कि अमेरिका चीन के खिलाफ सेना भेजने का ऐलान कर रहा था.

ड्रैगन के खिलाफ डोवल का ग्लोबल चक्रव्यूह

भारत के ग्लोबल चक्रव्यूह ने जिनपिंग को बांधकर रख दिया. चीन पर चौतरफा दबाव पड़ने लगा, नतीजा ये हुआ कि हर तरह से शक्तिशाली चीन को बैकफुट पर आना पड़ा. इसलिए चीन की सेना ने Line Of Actual Control यानी LAC से अपने टेंट समेटने शुरू कर दिए हैं. पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होने की बात चीन ने आधिकारिक तौर पर भी मान ली है.

दरअसल NSA अजित डोवल ने रविवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से दो घंटे वीडियो कॉल पर बात की. दोनों में बातचीत अच्छे माहौल में हुई. चर्चा में इस बात पर ज़ोर रहा कि सीमा पर चरणबद्ध तरीके से सेना पीछे हटे, LAC पर फिर से शांति बहाल हो और भविष्य में गलवान जैसी घटनाएं रोकने के लिए साथ मिलकर काम किया जाए.

इस बातचीत के दौरान चीन के विदेश मंत्री ने NSA अजित डोवल को LAC का पालन करने का भरोसा दिलाया. ये जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी. यानी चीन को काबू में करने की डोवल नीति काम आई.

इसे भी पढ़ें: ड्रैगन को डोवल ने अपने दम पर दी मात, जानिए कैसे?

भारत ने ना सिर्फ सीमा पर चीन को चुनौती थी. बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी उसे घेरा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. और चीन के लिए इतने मोर्चों पर एक साथ लड़ना आसान नहीं था. यही वजह है कि चीन पीछे हटने पर मजबूर हो गया.

इसे भी पढ़ें: क्या है तबलीगी जमात का 'डोवल कनेक्शन'? जानिए यहां

इसे भी पढ़ें: गलवान से चीन के सैनिकों का पीछे हटना शुरू! LAC पर भारत की बहुत बड़ी जीत

ट्रेंडिंग न्यूज़