जदयू-राजद के पोस्टर वार से भाजपा बना रही है दूरी

बिहार में सत्ता की लड़ाई के बीच पोस्टर वार फिर से शुरू हो चुका है. कल जदयू की ओर से पोस्टर वार को जारी रखने का प्रयास किया गया तो आज राजद की ओर से. राजद ने एक पोस्टर जारी किया जिसमें उन्होंने लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन को गरीबों का राज बताया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन काल को अपराधियों का राज बताया. अब इस पोस्टर वार का सिलसिला चलता ही जा रहा है. भाजपा ने भी राजद के कार्यकाल की जमकर धज्जियां उखेड़ी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 3, 2020, 02:53 PM IST
    • जदयू ने कहा पोस्टर वार न करे राजद, खुद ही फंसेगी
    • राजद ने कहा अभी भ्रष्टाचार और अपराध का हो गया है राज
    • भाजपा ने कहा राजद सरकार में छठ मनाने बिहार नहीं आते थे लोग
जदयू-राजद के पोस्टर वार से भाजपा बना रही है दूरी

पटना: बिहार की राजनीति में पोस्टरवार इतना हावी है कि 2019 का अंत और 2020 की शुरुआत पोस्टरवार से ही हुई है. जदयू ने पहले बाज और कबूतर के तस्वीर को जारी कर के पोस्टर जारी किया तो राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लापता का पोस्टर जारी किया. वहीं 2020 के दूसरे दिन यानी की दो जनवरी को एक पोस्टर जारी किया गया, जिसमें 'हिसाब दो और हिसाब लो' का स्लगोन लिखा था. इसको जदयू का समर्थन मिला. अब राजद का पीछे रहने वाली थी, उसने भी एक पोस्टर जारी किया, जिसमें 15 साल बनाम 15 साल के साथ गरीबो का राज v/s अपराधियों का राज स्लोगन लिखा हुआ था. 

जदयू ने कहा पोस्टर वार न करे राजद, खुद ही फंसेगी

वहीं इस पोस्टर वार पर राजनीति भी शुरू हो गई है. जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि पोस्टर वार में राजद को शामिल नही होना चाहिए. वो इसलिए कि राजद के लिए यह पोस्टर वार आत्मघाती साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि राजद किस बात को पोस्टर में दर्शा रहा है, ये समझ से परे है. 

जब भी बिहार में कानून व्यवस्था की बात होगी, राजद को मात खानी होगी, क्योंकि 15 साल के पूरे शासन में बिहार के लोग नरसंहार और अपराध को याद करते हैं. उस वक्त जातीय हिंसा, अपहरण, फिरौती, हत्या सुर्खियों में थी, लेकिन आज बिहार में विकास हो रहा है. शराब बंदी है. बिजली है और जदयू का मुकाबला राजद कभी नहीं कर सकती. ऐसा करने की कोशिश में राजद की बची हुई साख भी अब खत्म हो जाएगी.

राजद ने कहा अभी भ्रष्टाचार और अपराध का हो गया है राज 

राजद साफ तौर पर यह कह रही है कि पोस्टरवार पहले जदयू ने शुरू किया था. राजद ने तो बस पलटवार किया है. जदयू ने राजद के शासनकाल को भ्रष्टाचार और अपराध का राज बताया था, लेकिन यह बिल्कुल उल्टा है. राजद ने कहा कि जदयू के शासन में तो मिनट 2 मिनट बिहार में अपराध हो रहा है. अपराधियों की सरकार अब बिहार में है. लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार गरीबों की सरकार थी. राजद का पोस्टर कोई आत्मघाती हमला नहीं है. जदयू को सोचना चाहिए की वह किसकी बैसाखी पर चल रही है. 

भाजपा ने कहा राजद सरकार में छठ मनाने बिहार नहीं आते थे लोग

वहीं भाजपा ने इस पोस्टर वार पर जदयू का साथ दिया है. पार्टी के एमएलसी सच्चिनदानंद राय ने कहा कि लालू-राबड़ी के शासन में गरीब शिक्षकों के बच्चों को अपहरण करके लाखों रुपए फिरौती में ले लिए जाते थे. 15 साल के लालू-राबड़ी सरकार में जो भी बिहारी सूबे के बाहर थे, वे छठ मनाने के लिए अपने घर बिहार में आने से भी डरते थे.

अपहरण राज और जंगलराज को कोई गरीबों का राज कहे तो ऐसी सोच पर अब शर्म आ रही है. बिहारी लालू राबड़ी के 15 साल शासन को भुलाने की कोशिश कर रहे हैं. राजद के लोगों से प्रार्थना है कि वह काले समय को याद कराने की कोशिश ना करें.
 
बिहार में इस वर्ष चुनाव होने वाला है और जिस तरह से लगातार पोस्टरवार हो रहा है उसको देख कर यहीं लगता है कि राजनीतिक पार्टियां अब एक दूसरे को जनता की नजर में नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.

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