लखनऊ: कमलेश तिवारी के हत्यारोपी मोइनुद्दीन और अशफाक या तो देश से फरार हो चुके हैं या इसकी कोशिश में लगे हुए हैं. उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन पंजाब के अंबाला में बता रही है. यहां से वह दोनो पाकिस्तान या कश्मीर कहीं भी जा सकते हैं. या फिर हो सकता है कि वह किसी तरह से मोबाइल सर्विलांस को धोखा देकर कहीं छिपे हुए हों.
हत्यारोपियों पर ढाई लाख का ईनाम
अशफाक और मोइनुद्दीन की आखिरी लोकेशन रविवार के देर रात दिल्ली अमृतसर रुट पर दिखाई दी. यहां से वाघा बॉर्डर की दूरी 285 किलो मीटर है. उनकी तलाशी के लिए रात 10.30 बजे चंडीगढ़ स्टेशन पर तलाशी अबियान चलाया गया था. वह सात आठ घंटे पर अपना मोबाइल ऑन करते हैं फिर ऑफ कर देते हैं. वह दोनों गुरुवार रात 11.08 बजे लखनऊ में देखे जाने के बाद से गायब हैं. इसके बाद उनकी मोबाइल लोकेशन हरदोई, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, चंडीगढ़ और आखिरी बार अंबाला में मिली. अशफाक ने अपने घर पर भी यही बताया है कि वह पंजाब जा रहा है.
लखनऊ के बाद यह दोनों शाहजहांपुर में भी दिखाई दिए थे. जहां होटलों और मदरसों पर एसटीएफ ने जबरदस्त छापेमारी की. पुलिस को सीसीटीवी में दोनों संदिग्ध दिखाई दिए थे. अशफाक और मोइनुद्दीन लखीमपुर के पलिया से इनोवा गाड़ी बुक करके शाहजहांपुर पहुंचे थे.
हिंदू नाम से फर्जी आईडी बनाकर दिया था कमलेश तिवारी को धोखा
हत्यारोपी ''रोहित सोलंकी'' नाम से फर्जी आईडी बनाकर कमलेश तिवारी से चैट किया करते थे. एटीएस से मिली जानकारी से मुताबिक इन दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए कमलेश तिवारी से पहचान बढ़ाई फिर उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की.
दोनों ने 16 अक्टूबर को कमलेश तिवारी को फोन करके कहा कि वह दिवाली पर उनका आशीर्वाद लेना चाहते हैं और उनके लिए सूरत की प्रसिद्ध मिठाई लेकर आए हैं. जिसके बाद कमलेश तिवारी ने इन दोनों को बुलाया और उन्होंने अकेला पाकर उनकी हत्या कर दी.
गिरफ्तार आरोपियों को लाया गया लखनऊ
उधर कमलेश तिवारी हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों रशीद, फैजान और मोहसिन को लखनऊ लाया गया है. इस मामले में मीडिया के हंगामे से बचने के लिए पुलिस ने दो बार फ्लाइट का समय बदला. उन तीनों को सोमवार सुबह लखनऊ लाया गया. इन तीनों के लिए अहमदाबाद की अदालत ने 24 घंटे के ट्रांजिट रिमांड की मंजूरी दे दी थी.
इसके अलावा बिजनौर से हिरासत में लिए गए दो मौलानाओं से भी लगातार पूछताछ की जा रही है. इस हत्याकांड में आतंकवादी संगठन के मॉड्यूल और काम करने के तरीके पर भी विचार किया जा रहा है.