कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एक बार फिर भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. राज्य के नदिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता और पेशे से एक दुकानदार की अज्ञात बदमाशों ने उसकी पत्नी के सामने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि 52 वर्षीय हरलाल देवनाथ को शुक्रवार रात को हबीबपुर में गोली मार दी गई थी.
ग्राहक बनकर आए थे हत्यारे
देवनाथ की पत्नी चंदना ने बताया कि हम पति-पत्नी अपनी दुकान बंद करने की तैयारी कर रहे थे. तभी दो अज्ञात लोग ग्राहक बनकर आए और कुछ सामान मांगा. जब मेरे पति उन्हें सामान देने के लिए पीछे की ओर मुड़े तो उन्होंने गोली चला दी और फरार हो गए. इसके बाद मैं चिल्लायी और स्थानीय लोग वहां जमा हो गए. देवनाथ को राणाघाट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उन्हें उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
हत्या के लिए TMC जिम्मेदार: भाजपा
52 वर्षीय हरलाल देवनाथ की हत्या के लिए स्थानीय भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया है. देवनाथ को पार्टी कार्यकर्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि इस हत्या के लिए राज्य में सत्ताधारी पार्टी जिम्मेदार है. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इस आरोप को खारिज किया है.
पुलिस- राजनीति से कोई संबंध नहीं
हालांकि स्थानीय पुलिस ने इस घटना का किसी भी प्रकार से राजनीतिक संबंध होने से इनकार किया है. राणाघाट जिले के पुलिस अधीक्षक वीसीआर अनंतनाग ने कहा कि हम मामले की तफ्तीश कर रहे हैं. वहीं नदिया दक्षिण से भाजपा अध्यक्ष मानवेंद्रनाथ रॉय ने कहा कि वह हमारा बूथ स्तर का कार्यकर्ता था और 1995 से भाजपा में था.
Murder of three members of a family of Kanaiganj, Jiaganj PS, Murshidabad is a sad incident. Investigation was started just after incident and 2 persons hv bn detained and are being examined.
It has so far bn found in investigation that the deceased person was also working.(1/3)
टीएमसी ने पहले दी थी धमकी
भाजपा का कहना है कि देवनाथ को बहुत समय से तृणमूल कांग्रेस नेताओं से मारने की धमकियां मिल रही थीं. और अब उसे मार ही दिया गया.
मुर्शिदाबाद हत्याकांड
इस घटना से लगभग चार दिन पहले ही मुर्शिदाबाद में एक आरएसएस कार्यकर्ता और उसके परिवार को हत्या हुई थी. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने सीआईडी से इस मामले की जांच करना का आदेश दिया था. पुलिस अभी भी इस घटना की जांच कर रही है.
24 परगना जिले में 3 लोगों की हत्या
इस वर्ष जून माह में राज्य के 24 परगना जिले में भी भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या हुई थी. भाजपा ने इन हत्याओं के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मदार ठहराया था. भाजपा ने यह भी दावा किया था कि उसके 18 कार्यकर्ताओं का कोई अता पता नहीं है.
40 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या
पश्चिम बंगाल में पिछले एक साल में 40 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. भाजपा ने चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि उसके कार्यकर्ताओं को सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा मारा जा रहा है. यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी पश्चिम बंगाल में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के लोग शामिल हुए थे.
सीपीएम सरकार में 400 लोगों की हत्या हुई
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक कार्यकर्ताओं से जुड़ी हत्याओं का पुराना इतिहास रहा है. 1990 के दशक में सीपीएम सरकार के समय 400 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई थी.
2019 लोकसभा चुनाव में तृणमूल की सीटें हुईं कम
हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की सीटें घटकर 22 रह गई थीं. वहीं भाजपा की सीटें दो से बढ़कर 18 तक पहुंच गई थीं. यही नहीं भाजपा का वोट प्रतिशत भी लगभग 26 फीसदी बढ़ा है.
पश्चिम बंगाल में भाजपा संभावित राजनीतिक ताकत
पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल में भाजपा ने जिस प्रकार अपनी पकड़ मजबूत की है, उससे उसे आज बंगाल में संभावित राजनीतिक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जब राजनीतिक दल अपना प्रभाव बढ़ाना चाहते हैं तो इस प्रकार संघर्ष शुरू हो जाता है और पश्चिम बंगाल में तो इसका पूरा इतिहास रहा है.