मुंबई: नागरिकता कानून के विरोध को लेकर महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार मुसीबत में पड़ गई है. कांग्रेस राज्य विधानसभा में CAA के खिलाफ प्रस्ताव लाने की मांग कर रही है. लेकिन NCP और शिवसेना इससे इनकार कर रही है.
कांग्रेस पड़ी विधानसभा में अलग थलग
CAA के खिलाफ कांग्रेस महाराष्ट्र कैबिनेट में अलग थलग पड़ गई है. जिसकी वजह से नागरिकता संशोधन कानून को महाराष्ट्र में लागू नहीं होने देने का दम भर रही कांग्रेस को झटका लगा है. महाराष्ट्र में ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाडी सरकार में प्रमुख दल एनसीपी और शिवसेना ने CAA के खिलाफ अन्य कुछ राज्यो की तरह प्रस्ताव लाने से इनकार कर दिया है.
मुंबई की जनता CAA विरोध से परेशान
नागरिकता कानून के खिलाफ आंदोलनों से मुंबई की जनता परेशान है. बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता CAA के विरोध में भ्रम फैला रहे है. महाराष्ट्र में सरकार बनाने की लालच में कांग्रेस उद्धव ठाकरे सरकार में शामिल तो हो गयी है पर अपने एजेंडे को लागू नही करवा पा रही है.
शिवसेना को है हिंदुओं की नाराजगी का डर
हिंदू वोट बैंक के खिसकने के डर से उद्धव ठाकरे ने पश्चिम बंगाल, केरल, पंजाब, राजस्तान की तर्ज पर CAA के खिलाफ प्रस्ताव लाने से इनकार कर दिया है. इस मुद्दे पर शिवसेना का समर्थन शरद पवार की पार्टी एनसीपी भी कर रही है.
भाजपा नेताओं की तारीफ करके उद्धव ने दिया इरादों का संकेत
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का मन इस कदर बदल रहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र के विकास के लिये देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी को पूरा श्रेय दे दिया और उनकी खूब तारीफ भी की. इससे ये कयास लगने तेज हो गये हैं कि क्या उद्धव ठाकरे का मन अभी से बदलने लगा है.एक कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी की राज्य का विकास करने के लिए जमकर तारीफ की है.
पूरी खबर यहां पढ़ें- क्या बदल रहा है उद्धव ठाकरे का मन
CAA के साथ हमेशा से रही है शिवसेना
उद्धव ठाकरे जानते हैं कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के पड़ोसी , पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से मुस्लिम छोड़ अन्य धर्मों के अल्पसंख्यक पीड़ित परिवारों को नागरिकता देने का कानून है ना कि किसी की नागरिकता छीनने का. इसके खिलाफ कांग्रेस और एमआईएम. जैसी पार्टियाँ भ्रम फैला रही है. लेकिन सरकार चलाने की मजबूरी में उद्धव अभी तक कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं.