नई दिल्ली: दिवाली के शुभ मौके पर हरियाणा में खट्टर सरकार की दूसरी पारी शुरू हो गई. दोपहर सवा दो बजे चंडीगढ़ में हरियाणा के राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें मनोहर लाल खट्टर ने लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मनोहर लाल को सीएम पद की शपथ हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दिलाई.
Chandigarh: Manohar Lal Khattar takes oath as the Chief Minister of Haryana, at the Raj Bhawan. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/SBqHELyaAk
— ANI (@ANI) October 27, 2019
जमकर लगे नारे
मनोहर लाल खट्टर के शपथ ग्रहण से पहले और बाद में जमकर नारे भी लगे. मनोहर लाल खट्टर के साथ राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने जननायक जनता पार्टी के मुखिया दुष्यंत चौटाला ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
Chandigarh: Dushyant Chautala takes oath as the Deputy Chief Minister of Haryana, at the Raj Bhawan. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/iXr7oyFauk
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पिछली बार स्पष्ट बहुमत पाने वाली बीजेपी इस बार हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से 40 सीटें ला पाई और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. बीजेपी को सरकार बनाने के लिए जननायक जनता पार्टी के 10 और 7 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है.
मंत्रिमंडल के विस्तार पर चुप रहे खट्टर
शपथ ग्रहण के बाद सीएम मनोहर लाल और दुष्यंत चौटाला ने उम्मीद जताई कि उनकी सरकार हरियाणा की जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी. हालांकि मंत्रिमंडल के विस्तार कब होगा इस पर सीएम मनोहर लाल ज्यादा खुलकर नहीं बोले. जब मीडिया ने सवाल किया कि बाकी मंत्रियों का शपथ ग्रहण कब होगा, तो उन्होंने कहा कि तुरंत विचार करेंगे, आपको बताएंगे.
महज 11 महीने पहले बनी दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी ने विधानसभा का पहला चुनाव लड़ा था. और पहले ही चुनाव में ऐसे कामयाबी से उनके माता-पिता का सीना भी चौड़ा हो गया.
क्या बोले पिता अजय चौटाला?
उन्होंने कहा कि 'किसी बाप के लिए इससे अच्छा अवसर और क्या हो सकता है. कांग्रेस कुछ भी कहे ये उनकी इच्छा है, लेकिन ये सरकार मजबूती से हरियाणा प्रदेश के विकास को बढ़ाते हुए छडल्ले से चलेगी.'
वहीं दुष्यंत की मां नैना चौटाला का कहना है कि 'मेहनत हमेशा अच्छा फल देती है. हर कार्यकर्ता ने मेहनत की है. अब तो और मेहनत करनी है.'
हरियाणा में मनी राजनीतिक दिवाली
खास बात ये रही कि दिवाली के मौके पर हरियाणा की नई सरकार में सिर्फ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने ही शपथ ली. ऐसे में मंत्रिमंडल में किस-किस को जगह मिलेगी. इस पर सस्पेंस अभी भी बरकरार है. उधर, हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन होने से कांग्रेस हाथ मलती रह गई. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ने इस बार बेहतर प्रदर्शन करते हुए 31 सीटें हासिल की लेकिन जेजेपी और निर्दलियों ने समर्थन देने से इनकार कर दिया.
हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'वोट किसी का स्पोर्ट किसी का, ये सरकार स्वार्थ से बनी है. JJP ने जनादेश का सम्मान नहीं किया. जनादेश का अपमान किया है. प्रजातंत्र में जनादेश का सम्मान होना चाहिए.'
BS Hooda, Congress: Alliance has been forged in manner of 'vote kisi ki, support kisi ko'. This govt is based on selfishness. JJP disrespected people's mandate. We had less time after changes in our org.Had the changes been made earlier, results would've been different. #Haryana pic.twitter.com/4NLDRfJOGH
— ANI (@ANI) October 27, 2019
दिवाली के मौके पर दुष्यंत चौटाला को डबल खुशी मिली. एक तो वो हरियाणा के डिप्टी सीएम बन गए और दूसरी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद उनके पिता अजय चौटाला बाहर आ गए. टीचर्स भर्ती घोटाले में सजायाफ्ता अजय चौटाला को फरलो के तहत जेल से दो हफ्ते की छुट्टी मिली है. जेल से छुट्टी मिलते ही वो दिल्ली से सीधे चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए और बेटे की ताजपोशी के गवाह बने.
सीएम मनोहरलाल खट्टर की दूसरी पारी चुनौतियों से भरी होगी क्योंकि इस बार उन्हें गठबंधन की बैसाखी के भरोसे सरकार चलानी होगी. इसलिए इस बार हरियाणा में सबको साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती बीजेपी के कंधे पर होगी.
मनोहर लाल खट्टर की दूसरी पारी की शुरुआत हो चुकी है. खट्टर और दुष्यंत की तोजपोशी हो गई. दोनों ने सीएम और डिप्टी सीएम के लिए शपथ ग्रहण कर लिया है. भले ही दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी का दामन थाम लिया है, लेकिन भगवा कैंप के नेताओं की कोशिश होगी कि उनका कद बहुत ज्यादा न बढ़ने पाए.