भोपाल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के दो दिग्गज नेताओं के बीच जंग छिड़ गई तो मानो सियासत में उबाल आ गया. किसानों की कर्जमाफी की सच्चाई देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही पार्टी की सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया. जिसके बाद अब सीएम कमलनाथ ने तंज कसते हुए सिंधिया के सवाल का जवाब दिया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया की टिप्पणी पर एमपी के सीएम ने माना कि केवल 50,000 रुपये के ऋण माफ किए गए हैं. उन्होंने कहा कि 'हमने पहली किश्त में 50,000 रुपये का कर्ज माफ कर दिया था. आगे हम 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे. मैं सहमत हूं कि यह 2 लाख रुपये का वादा था. मेरा मानना है कि जनता अपने नेता पर भरोसा करती है.'
MP CM on Jyotiraditya Scindia's remark,'loans of only Rs 50,000 have been waived off': He is right.We had said we'll waive off Rs 50,000 in first installment. Next we will waive off upto Rs 2 lakh. I agree that it was a promise of Rs 2 lakh. I believe public trusts their leader. pic.twitter.com/PfKVCXVrPo
— ANI (@ANI) October 12, 2019
कांग्रेस पार्टी में छिड़ी अंदरूनी जंग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. कभी पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद राहुल गांधी को सवालों के कटघरे में खड़ा कर देते हैं. तो कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी को आत्मचिंतन की नसीहत दे देते हैं, तो कभी वो अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर हो जाते हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए ये वाकई किसी मुश्किल वक्त से कम नहीं है.
सिंधिया ने क्या कहा था?
भिंड में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि राज्य में किसान कर्जमाफी बिल्कुल भी नहीं की गई है. केवल 50 हजार रुपये का कर्ज ही माफ हुआ है, जबकि हमने कहा था कि 2 लाख रुपये से ज्यादा का किसान कर्ज माफ किया जाएगा.
इससे पहले उन्होंने पार्टी की स्थिति का बखान करते हुए आत्मचिंतन की भी नसीहत दी थी. सिर्फ मध्यप्रदेश में ही नहीं बल्कि पार्टी के उच्च स्तर तक सियासी उठापटक का सिलसिला बादस्तूर जारी है.