हवा में दुश्मन विमानों को ढेर कर देगी MRSAM Missile, सफल रहा परीक्षण

चीन से LAC और पाकिस्तान से LOC पर जारी तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता सुदृढ़ कर रहा है. इसके साथ ही रक्षा क्षेत्र में बढ़ रही भारत की दुश्मन देशों के लिए सीधी चेतावनी भी है. पिछले कई दिनों से देश में नई-नई तकनीकों से लैस मिसाइलों का परीक्षण जारी है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 24, 2020, 05:00 AM IST
  • चांदीपुर में बुधवार को जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम रेंज की शक्तिशाली मिसाइल MRSAM (Missile) का परीक्षण किया गया.
  • इस मिसाइल के जरिए दुश्मन के विमानों को नष्ट किया जा सकेगा.
  • मिसाइल का 17 मई 2019 को नौसेना के जहाज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था.
  • इसके साथ ही इंडियन नेवी उन देशों में शामिल हो गई, जिसके पास यह विशिष्ट क्षमता मौजूद है
हवा में दुश्मन विमानों को ढेर कर देगी MRSAM Missile, सफल रहा परीक्षण

चांदीपुरः रक्षा क्षेत्र में भारत ने बुधवार को एक और नई उपलब्धि हासिल की है. ओडिशा के चांदीपुर में बुधवार को जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम रेंज की शक्तिशाली मिसाइल MRSAM (Missile) का परीक्षण किया गया. यह परीक्षण सफल रहा और मिसाइल ने हवा में उड़ते विमान को भेद डाला.

मिसाइल की अचूक मारक क्षमता इसकी खासियत है, जिसे कि एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) के लॉन्च पैड (launch pad) एक के जरिए ग्राउंड मोबाइल लॉन्चर (ground mobile launcher) से छोड़ा गया. 

ओडिशा तट से हुआ सफल परीक्षण
जानकारी के मुताबिक, चीन से LAC और पाकिस्तान से LOC पर जारी तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता सुदृढ़ कर रहा है. इसके साथ ही रक्षा क्षेत्र में बढ़ रही भारत की दुश्मन देशों के लिए सीधी चेतावनी भी है. पिछले कई दिनों से देश में नई-नई तकनीकों से लैस मिसाइलों का परीक्षण जारी है.

इसी क्रम में बुधवार को जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल (Medium Range Surface to Air Missile-MRSAM) का ओडिशा तट (Odisha coast) से सफल परीक्षण किया गया. सामने आया है कि इस मिसाइल के जरिए दुश्मन के विमानों को नष्ट किया जा सकेगा. 

यह है MRSAM की क्षमता और खासियत
कई विशिष्ट क्षमताओं से लैस यह मिसाइल 70 किलोमीटर के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, निगरानी विमानों और हवाई शत्रुओं को मार गिराने में सक्षम है. इसके साथ ही 360 डिग्री घूम कर यह मिसाइल अपने दायरे में आने वाले कई हवाई दुश्मनों पर एक साथ हमला कर सकती है.

मिसाइल का 17 मई 2019 को नौसेना के जहाज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था. इसके साथ ही इंडियन नेवी उन देशों में शामिल हो गई, जिसके पास यह विशिष्ट क्षमता मौजूद है

इतना कठिन रहा परीक्षण
इस मिसाइल का परीक्षण अत्यधिक विध्वंसक और विनाशकारी होने के साथ ही बेहद कठिन भी रहा. ऐसे में परीक्षण पूरा होना भी उपलब्धि रही. इसकी विध्वंसक क्षमता का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि इसके परीक्षण के लिए प्रशासन ने चांदीपुर के परीक्षण केंद्र के निकट स्थित चार पंचायतों के आठ गांवों के 10 हजार लोगों को विस्थापित किया गया था. उन्हें अस्थायी शिविरों में भेजा गया था.

ऐसे किया गया परीक्षण
इस मिसाइल के टारगेट के लिए मानव रहित विमान (UAV) बंशी (Banshee) को पहले हवा में छोड़ा गया. मध्यम श्रेणी की इस मिसाइल (MRSAM) ने अपने टारगेट को छोड़े जाने के कुछ ही पल में ध्वस्त कर दिया. परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन DRDO तथा अंतरिम परीक्षण परिषद ITR से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों का दल मौजूद था. 

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