नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के बर्खास्त डीएसपी देविंदर सिंह की जांच के सिलसिले में एनआईए को अलग साजिश का पता लगा है. जानकारी के मुताबिक सीमा पार से आने वाले व्यापार में अवैध हथियार, नकली नोट, नशीली दवा भेजे जा रहे थे और इसके लिए भारत पाकिस्तान के बीच सड़क का इस्तेमाल किया जा रहा था. विनाश के सामानों को ट्रकों में छिपाया जाता था, ताकि किसी को शक तक ना हो.
सीमा पार व्यापार में NIA का खुलासा
जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल कमांडर नवीद बाबा के साथ डीएसपी देविंदर सिंह गिरफ्तार हुआ तो तमाम सुरक्षा एजेंसियों हैरान रह गईं. लेकिन इसी केस की जांच के दौरान अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी को कुछ और अहम सबूत मिले हैं. ये सबूत देविंदर की गिरफ्तारी से कहीं ज्यादा चौंकाने वाले हैं.
कश्मीर में टेरर वाया ट्रक!
सूत्रों के के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार NIA को क्रॉस LoC ट्रेड के जरिए आतंकी फंडिंग के सबूत मिले हैं. सूत्रों के मुताबिक सीमा पार से अवैध हथियार, नकली नोट, नशीली दवा भेजे जा रहे थे. NIA ने हिज्बुल की फंडिंग और इसके पाकिस्तान कनेक्शन पर पूछताछ की. बताया ये भी जा रहा है कि NIA को ये सबूत देविंदर सिंह केस की जांच के दौरान मिले हैं. NIA ने 2016 में LoC ट्रेड को लेकर अज्ञात लोगों पर केस किया था. उस वक्त बारामूला और पुंछ के ट्रेड सुविधा केंद्रों पर छापेमारी भी हुई थी.
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गिरफ्तार देविंदर का टेरर कनेक्शन
- 11 जनवरी को कार से गिरफ्तार हुआ था देविंदर सिंह
- 3 आतंकियों को अपनी कार से जम्मू ले जा रहा था देविंदर
- NIA ने देविंदर के घरों पर छापेमारी की, सबूत जुटाए
- आतंकी संगठन की मदद के बदले देविंदर को पैसे मिलते थे
- आतंकियों की तलाश में छापेमारी के दौरान हुआ था खुलासा
- नवीद बाबू, रफी अहमद और इरफान भी हुआ था गिरफ्तार
- देविंदर से पूछताछ के बाद कई आतंकियों की गिरफ्तारी
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अधिकारियों ने गिरफ्तार डीएसपी एसपी देविंदर सिंह को फंडिंग पैटर्न की जानकारी होने की संभावनाओं को खारिज नहीं किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि देविंदर काफी लंबे समय से नवीद बाबू से जुड़ा हुआ था. अब जरूरत पड़ने पर देविंदर से फिर पूछताछ की जा सकती है.
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